जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए जरूरी खबर है। माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए RFID यात्रा कार्ड प्रक्रिया शुरू की गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटी कार्ड (RFID) पेश की है।
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटी कार्ड से तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इसकी मदद से इमरजेंसी स्थिति में सभी जरूर कदम तुरंत सुनिश्चित किए जा सकेंगे। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, कटरा से भवन तक की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को जारी की जाने वाली यात्रा पर्ची की व्यवस्था अब बंद हो गई है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रा पर्ची की बजाय आरआईएफडी से लैस यात्रा कार्ड लॉन्च की गई है। अधिकारियों ने बताया कि अभी 29 स्थानों पर ये आरआईएफडी कार्ड दिए जा रहे हैं और इनकी रीडिंग के लिए कई जगहों पर एंटीना और रीडर्स लगाए गए हैं।
श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने वास्तविक समय में भीड़ मैनेजमेंट के लिए RFID से लैस यात्रा एक्सेस कार्ड पेश किए हैं। सुरक्षा कारणों से भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यात्रा को विनियमित करने के लिए इसके तहत सीसीटीवी कवरेज भी बढ़ाया गया है।
उन्होंने बताया कि साल 1986 से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जरूरी यात्रा पर्ची व्यवस्था को बंद कर दी गई है। अब अगर श्रद्धालुओं को माता वैष्णो देवी के दर्शन करने हैं तो उन्हें इस यात्रा पर्ची के बजाय आधुनिक आरएफआईडी टैग दिया जाएगा, जिसके बिना यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन नहीं कर सकेंगे।