Wayanad Landslide: वायनाड भूस्खलन में 106 लोगों की मौत, पुल टूटने, लगातार बारिश से रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी रुकावट
Wayanad Landslide Updates: नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) के DIG भारत भूषण वैद ने CNN-News18 को बताया कि लगातार बारिश और भूस्खलन काफी रुकावट पैदा कर रहे हैं। वैद ने कहा, "दो जगहों, मुंडाकाई और चूरलमाला के बीच एक पुल ढह गया है और इससे जमीन पर टीम के लिए कनेक्टिविटी की परेशानी हो रही है।"
Wayanad Landslide: वायनाड भूस्खलन में 106 लोगों की मौत, पुल टूटने, लगातार बारिश से रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी रुकावट
केरल के वायनाड में मंगलवार को हुए भूस्खलन में कम से कम 106 लोगों की मौत हो गई। केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी वेणु ने कहा कि स्थिति "बहुत गंभीर" बनी हुई है, क्योंकि जिस क्षेत्र में भूस्खलन हुआ वो एकदम अलग-थलग पड़ चुका है। इसके अलावा बारिश और मुश्किल इलाके के कारण रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशन में भी रुकावट आ रही है। केरल में मुंडाकाई और चूरलमाला गांवों के बीच एक ढहा हुआ पुल वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन के बाद बचावकर्मियों की चुनौती को बढ़ा रहा है।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) के DIG भारत भूषण वैद ने CNN-News18 को बताया कि लगातार बारिश और भूस्खलन काफी रुकावट पैदा कर रहे हैं। वैद ने कहा, "दो जगहों, मुंडाकाई और चूरलमाला के बीच एक पुल ढह गया है और इससे जमीन पर टीम के लिए कनेक्टिविटी की परेशानी हो रही है।"
केरल में लगातार भारी बारिश होने के कारण मंगलवार तड़के वायनाड में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
Wayanad Landslide: पढ़ें अब तक के बड़े अपडेट्स
- डॉ. वी. वेणु ने पुष्टि की कि 70 से ज्यादा शव मिले हैं। उन्होंने कहा कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। डॉ. वी वेणु "स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है... हमारे पास लगभग 70 से ज्यादा शव हैं, जो हमारे अस्पतालों में पहुंच गए हैं। जांच और पोस्टमॉर्टम के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। लेकिन हमारे पास खबर है कि और लोग लापता हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।"
- केरल के शीर्ष अधिकारी ने भी मीडिया को बताया कि बचाव दल को प्रभावित इलाकों तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, "असल समस्या यह है कि एक इलाका पूरी तरह से अलग-थलग है और हम इस क्षेत्र के बड़े हिस्से तक पहुंच नहीं पा रहे हैं। एक छोटी टीम नदी पार करने और पहुंचने में कामयाब रही है, लेकिन नदी के दूर किनारे पर बचाव अभियान शुरू करने के लिए हमें मदद पहुंचाने के लिए कई और लोगों को भेजना होगा।"
- अधिकारी ने कहा कि IMD की ओर से जारी किए गए बारिश के रेड अलर्ट के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके। उन्होंने कहा, "आज और कल रेड अलर्ट है, इसलिए हमारे हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकते। इसलिए, हवाई बचाव या हवा से राहत सामग्री गिराने का प्लान अभी टालना होगा।"
- अधिकारी ने आगे कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने का एक ही रास्ता है, जमीन के जरिए उन तक पहुंचना। उन्होंने कहा, "इसमें भी रुकावट आ रही है, क्योंकि पानी का बहाव बहुत तेज है और पुल ढह गया है।"
- प्रशासन भारतीय सेना की भी मदद ले रहा है। अधिकारी ने कहा, ''हमें दूसरे फॉर्मेशन से भी समर्थन के प्रस्ताव मिले हैं।''
- NDRF के डिप्टी कमांडेंट एस शंकर पांडियन ने कहा कि कई टीमों को ऑपरेशन में लगाया गया है। उन्होंने कहा, "हमारी टीमें वायनाड में अलग-अलग जगहों पर हैं। यहां तक कि कोझिकोड में भी भूस्खलन की आशंका थी, NDRF की टीम को वहां तैनात किया गया था। NDRF की 3 टीमें पहले से ही वायनाड में हैं। हम बचाव कार्य करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। भूस्खलन प्रभावित इलाकों के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचने में हमें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।”
- केरल के वायनाड के मेप्पडी इलाके में भूस्खलन हुआ। अधिकारियों ने वायनाड में तीन राहत कैंप लगाए हैं। केरल के वन मंत्री ससीन्द्रन नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों की देखरेख के लिए प्रभावित इलाकों में पहुंचे।
- इससे पहले, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भूस्खलन प्रभावित वायनाड क्षेत्रों की स्थिति पर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा की।
- भारतीय वायु सेना ने वायनाड में बचाव और राहत कार्यों के लिए दो हेलिकॉप्टर- एक MI-17 और एक ALH ध्रुव- तैनात किए हैं।
- NDRF के एक अधिकारी ने कहा, “हमारे पास आमतौर पर प्रति टीम कम से कम दो कुत्ते होते हैं, लेकिन इस तरह की जलजमाव की स्थिति में, उनकी सूंघने की क्षमता सीमित हो जाती है। हम उन इलाकों की पहचान करने के लिए स्थानीय लोगों पर निर्भर हैं, जहां लोग फंसे हो सकते हैं।
कीचड़ के बीच से गुजर रहे बचावकर्मी
करीब 100 मीटर चौड़ी चुन्नरमाला नदी उफान पर है। NDRF की टीमें घायलों को मेडिकल सहायता पहुंचाने के लिए जलजमाव वाली सड़कों से गुजर रही हैं और कीचड़ के बीच से गुजर रही हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और केंद्र से हर संभव मदद की पेशकश की है। जबकि सेना और वायु सेना के साथ NDRF की तीन टीमें पहले से ही तैनात हैं। इसके अलावा अर्धसैनिक बलों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है।