पोर्न एडिक्ट से लेकर 4 महिलाओं से शादी तक...कोलकाता में डॉक्टर का रेप करने वाले दरिंदे संजय रॉय की पढ़ें जन्मकुंडली
Kolkata Rape-Murder Case: चार पन्नों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि महिला डॉक्टर के गुप्तांगों से खून बह रहा था। उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था, चेहरे पर चोट के निशान थे। पीड़िता के गुप्तांगों से भी खून बह रहा था
Kolkata Rape-Murder Case: पुलिस को आरोपी संजय रॉय के मोबाइल फोन में कई पोर्न मिला
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार एवं हत्या के आरोप में गिरफ्तार दरिंदे संजय रॉय की पहचान शराबी और पोर्न एडिक्ट के रूप में हुई है। विशेष जांच दल (SIT) का मानना है कि 9 अगस्त की सुबह अपराध करते समय वह शराब के नशे में था। जब पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की, तो वह शांत और सहज दिखाई दिया। उसने अपराध करने की बात स्वीकार की। जांच में यह भी पता चला कि उसके मोबाइल फोन में कई पोर्नोग्राफिक क्लिप थे।
संजय रॉय की कई शादियां असफल रहीं। पुलिस को रॉय के मोबाइल फोन में कई पोर्न मिला, जिसकी पुलिस कल्याण बोर्ड में सिविक वालंटियर के तौर पर भूमिका के कारण अस्पताल के कई विभागों तक उसकी आसान पहुंच थी। 'द टेलीग्राफ' की एक रिपोर्ट के अनुसार, रॉय ने पूछताछ करने वाले अधिकारियों को बताया कि कथित तौर पर युवा डॉक्टर के साथ क्रूरता करने से कुछ घंटे पहले वह गुरुवार रात को दो बार रेड-लाइट एरिया में गया था।
पुलिस कल्याण बोर्ड के साथ 33 वर्षीय नागरिक स्वयंसेवक रॉय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के विभिन्न विभागों में बेरोकटोक एंट्री की अनुमति थी। अस्पताल की तीसरी मंजिल के सेमिनार हॉल में हुए हमले के बाद, रॉय सोने के लिए अपने क्वार्टर में लौट आया।
सबूत मिटाने की कोशिश
जांच दल के अनुसार, घटना के बाद उसने अपने कपड़े धोकर सबूत मिटाने का प्रयास किया। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी की रहने वाली 31 वर्षीय डॉक्टर पीड़िता पढ़ाई के लिए रात भर अस्पताल में रुकी थी। सीसीटीवी फुटेज में रॉय को सुबह 4 बजे आपातकालीन भवन में प्रवेश करते और 40 मिनट बाद बाहर निकलते हुए देखा गया।
अस्पताल में रैकेट का हिस्सा था संजय
सिविल वालंटियर संविदा कर्मचारी होते हैं जिन्हें ट्रैफिक मैनेजमेंट और आपदा प्रतिक्रिया सहित विभिन्न प्रकार के कार्यों में पुलिस की सहायता के लिए भर्ती किया जाता है। उन्हें लगभग 12,000 रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाता है। NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार, रॉय 2019 में सिविल वालंटियर के रूप में कोलकाता पुलिस के आपदा प्रबंधन समूह में शामिल हुआ, लेकिन बाद में उन्हें पुलिस कल्याण सेल में ट्रांसफर कर दिया गया।
इसके बाद वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पुलिस चौकी में चला गया। सभी विभागों तक उसकी पहुंच थी। अपराध में शामिल होने के अलावा, रॉय कथित तौर पर अस्पताल में एक रैकेट का हिस्सा था, जो मरीजों के रिश्तेदारों से भर्ती और बिस्तर के लिए पैसे लेता था। रॉय अक्सर पुलिस अधिकारी की तरह कपड़े पहनता था। वह "KP" (कोलकाता पुलिस) के टैग लगाता था और पुलिस बैरक में रहने के लिए अपने संपर्कों का इस्तेमाल करता था।
अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिलता तो वह मरीजों के रिश्तेदारों से पास के नर्सिंग होम में बिस्तर खोजने के लिए भी पैसे लेता था। रिपोर्ट के अनुसार, कई अन्य नागरिक स्वयंसेवकों को लगा कि वह वास्तव में एक पुलिस वाला है। रॉय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 375 (बलात्कार) और 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
9 अगस्त की रात क्या हुआ?
9 अगस्त को आधी रात के बाद डॉक्टर और चार सहकर्मियों ने खाना मंगवाया और सेमिनार रूम में खाना खाया। जबकि वे नीरज चोपड़ा को भारत के लिए रजत पदक जीतते हुए देख रहे थे। खाने के बाद उसके सहकर्मी चले गए। इसके बाद पीड़िता ने पढ़ाई शुरू कर दी। सुबह 3 बजे, उसे कमरे में सोते हुए देखा गया। सुबह 4 बजे के आसपास आरोपी सेमिनार हॉल में घुसा और उसका यौन उत्पीड़न किया। जब उसने विरोध करने का प्रयास किया, तो अपराधी ने उसका गला घोंट दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, पीड़िता का शव सुबह 7.30 बजे मिला।
4 महिलाओं से की शादियां
संजय रॉय की चार असफल शादियां हो चुकी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उसकी पिछली तीन पत्नियां उसके "गलत आचरण" के कारण उसे छोड़कर चली गईं। यह दावा उसके पड़ोसियों ने 'इंडिया टुडे टीवी' से बातचीत में किया है। पड़ोसियों के अनुसार, उसकी तीन पत्नियां उसके दुर्व्यवहार के कारण उसे छोड़ गईं। जबकि उसकी चौथी पत्नी की पिछले साल कैंसर से मौत हो गई। पड़ोसियों ने बताया कि आरोपी अक्सर देर रात नशे की हालत में घर लौटता था। टाइम्स ऑफ इंडिया और NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ के दौरान उसने अपराध कबूल कर लिया है।
उसने कोई पछतावा नहीं दिखाया। कथित तौर पर उसके कहा, "अगर तुम चाहो तो मुझे फांसी लगा दो।" हालांकि, संजय रॉय की मां मालती रॉय ने अपने बेटे के खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, "मेरा बेटा निर्दोष है। उसने पुलिस के दबाव में अपराध करना स्वीकार किया है।"