पंजाब (Punjab) के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में शनिवार शाम कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने वाले उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति की गुस्साई भीड़ ने बेरहमी से पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि इस मामले में उन्होंने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि रविवार को मृतक युवक का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
इस घटना ने राज्य में सियासी तूफान ला दिया है क्योंकि राजनेताओं ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर पवित्र स्थान पर बेअदबी की कोशिश की निंदा की। वहीं, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने असली साजिशकर्ताओं को खोजने के लिए घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह घटना उस समय हुई जब वह व्यक्ति पवित्र स्थल पर सुनहरी ग्रिल फांदकर तलवार उठाने के बाद उस स्थान के पास पहुंच गया, जहां सिख ग्रंथी पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहा था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) कार्यबल के सदस्यों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया। जब उसे एसजीपीसी कार्यालय ले जाया जा रहा था तब गुस्साई भीड़ ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त पीएस भंडाल ने पीटीआई से कहा कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला व्यक्ति लगभग 30 वर्ष का था और उसकी पहचान की जा रही है। सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है कि वह स्वर्ण मंदिर में कब दाखिल हुआ और कितने लोग उसके साथ थे।
घटना के बाद बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं और विभिन्न सिख संगठनों ने एसजीपीसी की ढिलाई के लिए उसकी आलोचना की। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेजा सिंह समुंदरी हॉल में एसजीपीसी परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।