Advance Agrolife IPO: एग्रोकेमिकल प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी एडवांस एग्रोलाइफ का 192.86 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू 3 अक्टूबर को बंद हो गया। यह 56.90 गुना भरा। अब 6 अक्टूबर को इसका अलॉटमेंट फाइनल होने का इंतजार है। इसके बाद शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 8 अक्टूबर को हो सकती है। जिन लोगों ने एडवांस एग्रोलाइफ के IPO में पैसे लगाए हैं, वे इसकी रजिस्ट्रार Kfin Technologies और स्टॉक एक्सचेंज BSE की वेबसाइट पर जाकर अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं। इसकी प्रोसेस इस तरह है...
Kfin Technologies की वेबसाइट से
एडवांस एग्रोलाइफ का पब्लिक इश्यू 30 सितंबर को खुला था। 3 अक्टूबर तक इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 27.31 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 175.30 गुना, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 23.14 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्सा 38.42 गुना सब्सक्राइब हुआ। कंपनी ने IPO से पहले एंकर इनवेस्टर्स से 57.77 करोड़ रुपये जुटाए। इश्यू में 1.93 करोड़ नए शेयर जारी हुए।
लिस्टिंग को लेकर ग्रे मार्केट से क्या संकेत
ग्रे मार्केट में Advance Agrolife का शेयर 20 रुपये या 20 प्रतिशत प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं। कंपनी के प्रमोटर ओम प्रकाश चौधरी, केदार चौधरी, मनीषा चौधरी और गीता चौधरी हैं। IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल हुए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
एडवांस एग्रोलाइफ का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 10 प्रतिशत बढ़कर 502.88 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 457.21 करोड़ रुपये था। शुद्ध मुनाफा 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 25.64 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 24.73 करोड़ रुपये था। कंपनी पर वित्त वर्ष 2025 में 80.45 करोड़ रुपये की उधारी थी।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।