अकासा एयर अगले 2 से 5 सालों में IPO लाने पर विचार करेगी। कंपनी के CEO विनय दुबे ने जोर देकर कहा कि एयरलाइन "ग्रोथ के लिए ग्रोथ" का पीछा नहीं करेगी। अकासा एयर की शुरुआत अगस्त 2022 में हुई थी। इसके फ्लीट में अभी 30 एयरक्राफ्ट हैं। दुबे दिल्ली में एविएशन इंडिया और दक्षिण एशिया 2025 सम्मेलन के एक सेशन में बोल रहे थे। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि एयरलाइन नकदी के मामले में पॉजिटिव है और इसकी वित्तीय स्थिति जिस तरह से मजबूत हो रही है, उससे हम खुश हैं।
एयरलाइन अगले 2 से 5 सालों में IPO लाने पर विचार करेगी। इस साल अगस्त में अकासा एयर ने कहा था कि उसने प्रेमजी इनवेस्ट और क्लेपॉन्ड कैपिटल सहित कुछ निवेशकों से फंड जुटाया है। इस निवेश का इस्तेमाल मुख्य रूप से ऑपरेशंस बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
अकासा एयर की की बाजार हिस्सेदारी
ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में अकासा एयर की घरेलू एविएशन मार्केट में हिस्सेदारी 5.4 प्रतिशत रही। जुलाई 2025 में अकासा एयर के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अंकुर गोयल ने कहा था कि एयरलाइन अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार कर रही है, क्षमता बढ़ा रही है और 2032 के अंत तक फ्लीट में 226 एयरक्राफ्ट का लक्ष्य रख रही है।
DGCA ने दिया खामियां दूर करने का निर्देश
हाल ही में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने अकासा एयर में कई नियमों के उल्लंघन और बार-बार दोहराई जाने वाली प्रक्रियागत खामियों का जिक्र करते हुए सुधारात्मक कदम उठाने के लिए कहा। पीटीआई के मुताबिक, डीजीसीए ने अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच की निगरानी रिपोर्ट के डिटेल्ड रिव्यू के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। इस मसले पर अकासा एयर ने कहा, “DGCA रेगुलर बेसिस पर सभी एयरलाइंस का ऑडिट करता है ताकि देश में विमानन सुरक्षा मानकों को बरकरार रखा जा सके और उन्हें बेहतर किया जा सके। हम रेगुलेटरी नॉर्म्स के अनुरूप सर्वोच्च स्तर की सुरक्षा और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”