BlackBuck IPO: लिस्टिंग की तारीख क्यों टली? 22 नवंबर को मुनाफा होगा या नुकसान? एक्सपर्ट्स की ये है राय
BlackBuck IPO: जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड 20 अप्रैल 2015 को इनकॉर्पोरेट हुई है। कंपनी को ट्रक ऑपरेटर्स के लिए देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म (यूजर्स की संख्या के मामले में) माना जाता है। वित्त वर्ष 2024 में देश के 963345 ट्रक ऑपरेटर्स ने प्लेटफॉर्म के जरिए अपना कारोबार किया
Zinka Logistics IPO: जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला
Zinka Logistics IPO: जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह कुल 1.87 गुना सब्सक्राइब हो गया। सब्सक्रिप्शन के बाद अब कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग कल यानी 22 नवंबर को होने वाली है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कमजोर मार्केट सेंटीमेंट के बीच इसके निवेशकों को लिस्टिंग पर मामूली प्रॉफिट हो सकता है। इस बीच, ग्रे मार्केट की बात करें तो इससे कंपनी के शेयरों की फ्लैट लिस्टिंग के संकेत मिलते है। बता दें कि जिंका लॉजिस्टिक्स ट्रक ऑपरेटर्स को ब्लैकबक ऐप (BlackBuck IPO) के जरिए सर्विस प्रोवाइड करती है।
Zinka Logistics की लिस्टिंग की तारीख क्यों टली?
जिंका लॉजिस्टिक्स के शेयरों की लिस्टिंग पहले 21 नवंबर को होने वाली थी। हालांकि, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के बीच 20 नवंबर 2024 को स्टॉक एक्सचेंज बंद होने के चलते लिस्टिंग को एक दिन के लिए टाल दिया गया। टी+3 लिस्टिंग नियम के अनुसार इक्विटी और डेट सिक्योरिटीज के पब्लिक इश्यू को इश्यू बंद होने के तीन वर्किंग डे के भीतर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होना जरूरी है।
BlackBuck IPO पर ये एक्सपर्ट्स हैं पॉजिटिव
स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट सागर शेट्टी का मानना है कि कंपनी की मजबूत बाजार उपस्थिति और इंडस्ट्री की अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए यह निवेशकों के लिए एक अच्छा मिड टू लॉन्ग टर्म अवसर है। उन्होंने कहा, "कंपनी की हाई वैल्यूएशन चिंता के कारण भी सुस्त लिस्टिंग हो सकती है।" शेट्टी ने कहा कि ब्लैकबक अपने डिजिटल प्रोडक्ट्स के साथ बाजार के विकास के अवसरों को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति में है, जो चुनौतियों और अक्षमताओं से निपट सकता है और ट्रक ऑपरेटर्स के लिए वैल्यू बढ़ा सकता है।
इसका रणनीतिक बाजार विस्तार और लगातार प्रोडक्ट डेवलपमेंट इसकी बाजार उपस्थिति और प्रॉफिटेबिलिटी को और बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर, हमारा मानना है कि जिन निवेशकों को शेयर आवंटित किए गए हैं, वे कंपनी की मजबूत विकास क्षमता को देखते हुए इसे मध्यम से लंबी अवधि तक होल्ड कर सकते हैं।"
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के फंडामेंटल रिसर्च - इनवेस्टमेंट सर्विसेज के प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने भी इसी तरह की राय दी है। उन्होंने कहा कि बाजार की भावनाओं को देखते हुए हमारा मानना है कि आईपीओ की लिस्टिंग सपाट हो सकती है। उन्होंने कहा, "वैल्यूएशन के मोर्चे पर हमारा मानना है कि शेयर की कीमत उचित है। इसलिए, हम निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह देते हैं।"
BlackBuck IPO पर सावधानी बरतने की सलाह
इसके विपरीत, स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड में वेल्थ हेड शिवानी न्याती ने कंपनी की वित्तीय चुनौतियों पर चिंता जताई, जिसमें लगातार घाटा और नेगेटिव कैश फ्लो शामिल है। उन्होंने कहा, "इसके अलावा कंपनी की कानूनी चुनौतियां और हाल ही में कर्मचारियों की छंटनी ऑपरेशन संबंधी कठिनाइयों का संकेत देती है। प्रमोटर की कम हिस्सेदारी निवेशकों के संदेह को और बढ़ाती है। कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, ऑपरेशनल चुनौतियों और क्लियर वैल्यूएशन मीट्रिक की कमी को देखते हुए निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।"
BlackBuck का बिजनेस
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड 20 अप्रैल 2015 को इनकॉर्पोरेट हुई है। कंपनी को ट्रक ऑपरेटर्स के लिए देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म (यूजर्स की संख्या के मामले में) माना जाता है। वित्त वर्ष 2024 में देश के 963345 ट्रक ऑपरेटर्स ने प्लेटफॉर्म के जरिए अपना कारोबार किया, जो सभी भारतीय ट्रक ऑपरेटर्स का 27.52 फीसदी है।
कंपनी के प्लेटफॉर्म के जरिए इसके ग्राहक (मुख्य रूप से ट्रक ऑपरेटर) टोलिंग और फ्यूल भरने के लिए डिजिटल पेमेंट करते हैं। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म के जरिए टेलीमैटिक्स का उपयोग करके ड्राइवरों और फ्लीट की निगरानी की जाती है। ट्रक ऑपरेटर अपनी बिजनेस से जुड़ी कई जरूरतों के लिए ब्लैकबक मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करते हैं।
BlackBuck का फाइनेंशियल
कंपनी की ग्रॉस ट्रांजेक्शन वैल्यू (GTV) जून 2024 तिमाही में 5,356 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में ₹17,396 करोड़ थी। जून 2024 तिमाही में लगातार ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू ₹92.17 करोड़ रहा, जबकि प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स ₹28.67 करोड़ रहा।
एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड ब्लैकबक आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड रजिस्ट्रार है। ब्लैकबक आईपीओ के लिए शेयरों का अलॉटमेंट 19 नवंबर को होने की उम्मीद है, जबकि कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग के लिए संभावित तारीख 21 नवंबर 2024 तय की गई है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।