Safecure IPO Listing: सिक्योरिटी सर्विसेज मुहैया कराने वाली सेफक्योर सर्विसेज की लिस्टिंग पर आईपीओ निवेशकों को करारा शॉक लगा क्योंकि यह 20% के भारी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का खास रिस्पांस नहीं मिला था और खुदरा निवेशकों के दम पर ही पूरा भर पाया। आईपीओ के तहत ₹102 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹81.60 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उनकी पूंजी ही 20% ही घट गई यानी 1200 शेयरों के हर लॉट पर ₹24,480 का नुकसान। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर और नीचे आए। टूटकर यह ₹77.55 (Safecure Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 23.97% घाटे में हैं।
Safecure IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
सेफक्योर का ₹30.60 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 9-31 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 1.81 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा तो महज 32% ही भरा जबकि खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 3.31 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 30 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹4.75 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹3.50 करोड़ सब्सिडरी को लोन देकर इसका कर्ज हल्का करने, ₹13.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Safecure Services के बारे में
वर्ष 2012 में बनी सेफक्योर सर्विसेज सिक्योरिटी और फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी है। यह प्राइवेट सिक्योरिटी, ई-सर्विलांस, फैसिलिटी मैनेजमेंट और कॉरपोरेट इंटीरियर फिट-आउट सर्विसेज मुहैया कराती है। यह गार्डिंग, इवेंट मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी वाली सिक्योरिटीज सर्विसेज मुहैया कराती है। साथ ही एटीएम और ब्रैंक के ब्रांचेज की ई-सर्विलांस और मॉनीटरिंग की सर्विसेज भी यह ऑफर करती है। यह रिपेयर और मेंटेनेंस का काम भी करती है। इसके क्लाइंट्स देश भर में हैं। इसका मुख्यालय ठाणे के मीरा रोड पर है और देश के 12 जिलों में इसके 12 ऑफिस हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹3.98 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹5.69 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹6.16 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 23% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹73.27 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी को ₹1.99 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹18.36 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। जून तिमाही के आखिरी में कंपनी पर ₹19.52 करोड़ का टोटल कर्ज था और रिजर्व और सरप्लस में ₹16.17 करोड़ पड़े थे।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।