Ecos Mobility IPO: ड्राइवर के साथ कार सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी इकोज इंडिया मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी के आईपीओ को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। आज सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन तक यह इश्यू 9.56 गुना सब्सक्राइब हो गया। इसे कुल 12.03 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गई है जबकि ऑफर पर 1.26 करोड़ शेयर हैं। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 180.36 करोड़ रुपये पहले ही जुटा लिए हैं। निवेशकों के पास इसमें 30 अगस्त तक निवेश का मौका रहेगा। इस आईपीओ का साइज 601 करोड़ रुपये है और इसके लिए 318 से 334 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है।
Ecos Mobility IPO: कितना सब्सक्राइब हुआ इश्यू
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) - 0.10 गुना
रिटेल इंडिविजुअल इनवेस्टर्स (RII) - 8.99 गुना
(29 Aug 2024 | 05:30:00 PM)
Ecos Mobility IPO के बारे में
इकोज इंडिया मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने बताया कि यह आईपीओ ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि इस आईपीओ में कंपनी कोई शेयर नहीं बेचेगी, बल्कि सभी शेयरों को उसके प्रमोटरों और शेयरधारकों की ओर से बिक्री के लिए रखा जाएगा। चूंकि कंपनी कोई नए शेयर बेचेगी, ऐसे में आईपीओ से कंपनी को कोई पैसा नहीं मिलेगा।
इकोज इंडिया मोबिलिटी के IPO के जरिए कुल 1.8 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा। इन शेयरों को कंपनी के 2 प्रमोटरों- राजेश लूंबा और आदित्य लूंबा की ओर से बेचा जाएगा। दिल्ली मुख्यालय वाली इस कंपनी के आईपीओ के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 30 अगस्त होगी।
GMP की बात करें तो आज 28 अगस्त को यह इश्यू ग्रे मार्केट में 160 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 494 रुपये के भाव पर होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को करीब 48 फीसदी का तगड़ा मुनाफा होगा।
Ecos India Mobility पिछले 25 से सालों से कॉरपोरेट ग्राहकों को ड्राइवर वाली कार किराए पर देने (CCR) और एंप्लॉयी ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ी सेवाएं (ETS) मुहैया करा रही है। यह इकोनॉमी से लेकर लग्जरी कारों तक 9,000 से ज्यादा वाहनों का बेड़ा संचालित करती है। यह लगेज वैन, लिमोसिन, विंटेज कार के साथ विकलांग लोगों के सुलभ परिवहन के लिए स्पेशल व्हीकल भी मुहैया कराती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल कॉरपोरेट मोबिलिटी मार्केट (CCR और ETS दोनों) 2023 से 2030 तक 9.6 प्रतिशत की अनुमानित दर से ग्रोथ कर सकते हैं। इसके अलावा, भारत में 2023 से 2030 तक 10.7 प्रतिशत की दर से ग्रोथ का अनुमान है। यह अनुमान F&S की एक रिपोर्ट में जताया गया था।