Fractal Analytics IPO: आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस और एनालिटिक्स सर्विसेज देने वाली कंपनी, फ्रैक्टल एनालिटिक्स अपने IPO के जरिए 4900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। कंपनी ने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। IPO में 1279.3 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही 3620.7 करोड़ रुपये के शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। OFS में क्विनाग बिडको 1462.6 करोड़ रुपये के शेयर बेचेगी। टीपीजी फेट होल्डिंग्स 1999.6 करोड़ रुपये के शेयर बेचेगी।
फ्रैक्टल एनालिटिक्स, भारत का पहला AI यूनिकॉर्न स्टार्टअप है। यूनिकॉर्न से मतलब है वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर या उससे ज्यादा हो जाना। फ्रैक्टल एनालिटिक्स को IIM, अहमदाबाद के 5 ग्रेजुएट्स ने साल 2000 में शुरू किया था। कंपनी डेटा-ड्रिवन इनसाइट्स के साथ, कई इंडस्ट्री वर्टिकल्स और बिजनेस फंक्शंस में बड़े ग्लोबल एंटरप्राइजेज को सपोर्ट करती है। साथ ही एंड टू एंड AI समाधानों के माध्यम से फैसला लेने में मदद करती है।
2022 में मिला यूनिकॉर्न स्टेटस
साल 2022 में इस स्टार्टअप की वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से अधिक हो गई। फाउंडर्स में से 3 इस स्टार्टअप को छोड़ चुके हैं। बचे हुए दो को-फाउंडर्स में से श्रीकांत वेलमकन्नी होलटाइम डायरेक्टर, ग्रुप सीईओ और एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन हैं। प्रणय अग्रवाल नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और Fractal USA के सीईओ हैं। दोनों के पास लगभग 10-10 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ये IPO में शेयर नहीं बेच रहे हैं। कंपनी में टीपीजी, अपैक्स, गजा जैसे बड़े निवेशकों का पैसा लगा हुआ है।
IPO का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए और बाकी 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। साथ ही पात्र कर्मचारियों के लिए भी कुछ हिस्सा रिजर्व है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
Fractal Analytics अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल मुख्य रूप से सहायक कंपनी, फ्रैक्टल यूएसए में निवेश करने के लिए करेगी। ऐसा इसलिए ताकि उधारी चुकाई जा सके और भारत में नए ऑफिस खोले जा सकें। इसके अलावा रिसर्च एंड डेवलपमेंट, फ्रैक्टल अल्फा के तहत मार्केटिंग, और संभावित अधिग्रहणों और रणनीतिक पहलों के लिए भी फंड का इस्तेमाल होगा।
फ्रैक्टल एनालिटिक्स का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 25.9 प्रतिशत बढ़कर 2765 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2024 में यह 2196 करोड़ रुपये था। शुद्ध मुनाफा 220.6 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी 54.7 करोड़ रुपये के घाटे में थी। IPO के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, एक्सिस कैपिटल और गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।