JSW Cement का 3600 करोड़ रुपये का IPO 11 अगस्त को बंद हो चुका है। 12 अगस्त को इसका अलॉटमेंट भी फाइनल हो गया। अब इंतजार है शेयर बाजार में इसकी लिस्टिंग का, जो कि 14 अगस्त को होने वाली है। कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों ही प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग शुरू करेंगे। क्या IPO में निवेश करने वालों को लिस्टिंग गेन मिलेगा या फिर शुरुआत ठंडी रहेगी? इस बारे में अगर ग्रे मार्केट से हिंट लें तो उत्साह थोड़ा फीका तो पड़ सकता है।
ग्रे मार्केट में JSW Cement के शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 147 रुपये से महज 4.5 रुपये या 3.06% के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं। अब देखना यह है कि 14 अगस्त को शेयर बाजार में कंपनी की लिस्टिंग ग्रे मार्केट के संकेतों के मुताबिक रहती है या इससे एकदम उलट।
JSW समूह की एंटिटी JSW सीमेंट का पब्लिक इश्यू 7 अगस्त को खुला था और 8.22 गुना भरकर 11 अगस्त को बंद हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 16.71 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 11.60 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 1.91 गुना सब्सक्राइब हुआ। IPO में 1600 करोड़ रुपये के 10.88 करोड़ नए शेयर जारी हुए। साथ ही 2000 करोड़ रुपये के 13.61 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहा। OFS में अपोलो मैनेजमेंट ने अपनी सहयोगी एपी एशिया अपॉर्च्युनिस्टिक होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए शेयर बेचे। इसके आवा सिनर्जी मेटल्स इनवेस्टमेंट्स होल्डिंग लिमिटेड और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी शेयर बिक्री की।
IPO के पैसों का कैसे इस्तेमाल करेगी JSW Cement
JSW Cement के प्रमोटर्स में सज्जन जिंदल, पार्थ जिंदल, संगीता जिंदल, आदर्श एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और सज्जन जिंदल फैमिली ट्रस्ट शामिल हैं। JSW सीमेंट अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल हुए पैसों का इस्तेमाल नागौर, राजस्थान में एक नई इंटीग्रेटेड सीमेंट यूनिट लगाने, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने वाली है। अक्टूबर 2023 में JSW ग्रुप से 13 साल बाद किसी कंपनी की लिस्टिंग हुई थी और वह थी जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर।
JSW Cement की वित्तीय स्थिति
JSW Cement का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 3% घटकर 5914.67 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 6114.60 करोड़ रुपये था। बीते वित्त वर्ष कंपनी 163.77 करोड़ रुपये के घाटे में रही, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 62 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। कंपनी पर वित्त वर्ष 2025 में 6166.55 करोड़ रुपये की उधारी थी।
BSE पर अलॉटमेंट चेक करने का तरीका
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।