इन IPO की ग्रे मार्केट में बढ़ी मांग, GMP दिखा रहे मजबूत लिस्टिंग की उम्मीद, लेकिन जोखिम भी मौजूद
आईपीओ मार्केट इस साल की पहली छमाही में सुस्त रहा था, लेकिन अब इसमें फिर से तेजी लौट आई है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) यानी लिस्टिंग से पहले अनलिस्टेड मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग, एक बार फिर निवेशकों की जोरदार मांग का संकेत दे रही है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में मेनबोर्ड और SME दोनों तरह के आईपीओ में लिस्टिंग गेन मजबूत रह सकते हैं
IPO News: इस साल अब तक 50 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं (AI Generated Photo)
आईपीओ मार्केट इस साल की पहली छमाही में सुस्त रहा था, लेकिन अब इसमें फिर से तेजी लौट आई है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) यानी लिस्टिंग से पहले अनलिस्टेड मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग, एक बार फिर निवेशकों की जोरदार मांग का संकेत दे रही है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में मेनबोर्ड और SME दोनों तरह के आईपीओ में लिस्टिंग गेन मजबूत रह सकते हैं।
ट्रेडर्स के मुताबिक, हाल ही में लॉन्च हुए अर्बन कंपनी के आईपीओ को 103 गुना सब्सक्रिप्शन मिला और इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) इस समय इसके 103 रुपये के इश्यू प्राइस से करीब 55% ऊपर चल रहा है।
इसके अलावा, श्रीनगर हाउस ऑफ मंगलसूत्र और देव एक्सेलेरेटर के इश्यूज में भी जबरदस्त बोली देखने को मिली। श्रीनगर हाउस ऑफ मंगलसूत्र का GMP इसके 165 रुपये के आईपीओ प्राइस से करीब 19% ऊपर है। वहीं देव एक्सेलेरेटर का GMP उसके 61 रुपये के इश्यू प्राइस से 14% ऊपर चल रहा है।
आने वाले आईपीओ का हाल
VMS TMT का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 17 सितंबर से खुलेगा और इसका GMP फिलहाल 99 रुपये के इश्यू प्राइस से लगभग 20% ऊपर है। हालांकि, 18 सितंबर को खुलने वाले Ivalue Infosolutions और 16 सितंबर से खुल रहे Euro Pratik Sales के आईपीओ का ग्रे मार्केट में अभी असर दिखना बाकी है।
तेजी की वजह
चॉइस कैपिटल के डायरेक्टर रतिराज टिबरेवाल ने कहा कि यह तेजी शेयर बाजार में मजबूत, रिटेल और संस्थागत निवेशकों की भारी मांग और ग्रीन एनर्जी, टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे हाई-ग्रोथ सेक्टर्स में निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी के चलते दिख रही है।
उन्होंने कहा कि छोटे साइज के आईपीओ ने डिमांड और सप्लाई के बीच असंतुलन भी पैदा किया है, जिससे GMP में तेजी और बढ़ी है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि इस तेजी के साथ सट्टेबाजी का खतरा भी बढ़ रहा है।
2025 का आईपीओ ट्रैक रिकॉर्ड
इस साल अब तक 50 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं। लेकिन इनमें से 28 कंपनियों की लिस्टिंग फीकी रहीं थी। केवल आठ कंपनियों ने ही अपनी लिस्टिंग पर निवेशकों को 30% से अधिक का रिटर्न दिया, जबकि 13 ने 10 से 30% तक का मुनाफा कराया।
SME सेगमेंट में भी दिख रहा जोश
SME आईपीओ में इस समय जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। Airfloa Rail Technology (18 सितंबर को लिस्टिंग) का GMP उसके 140 रुपये के इश्यू प्राइस से 119% ऊपर है। LT Elevator (19 सितंबर को लिस्टिंग) का GMP उसके 78 रुपये के इश्यू प्राइस से 28% ऊपर है।
TechD Cybersecurity (15 सितंबर को खुला IPO) का GMP उसके 193 रुपये के इश्यू प्राइस से करीब 83% ऊपर चल रहा है। संपत एल्युमिनियम और JD Cables का GMP भी अपने प्राइस बैंड से 15% से ज्यादा ऊपर है।
वहीं, Karbonsteel Engineering, Taurian MPS और जय अम्बे सुपरमार्केट्स का GMP क्रमशः 15%, 9% और 11% तक दिखा रहा है।
निवेशकों के लिए चेतावनी
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे ने कहा कि ग्रे मार्केट में यह तेजी लिक्विडिटी की भरमार और शॉर्ट-टर्म गेन की तलाश के कारण है। मजबूत शेयर मार्केट, स्थिर ब्याज दरें और महंगाई दर का कंट्रोल में आना भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा रही है।
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेश के लिए केवल GMP पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है। यह मार्केट अनरेगुलेटेड और पूरी तरह सट्टा आधारित है। यह अक्सर कंपनी के मूल फंडामेंटल को सही तरीके से दिखाने में विफल रहा है। इसलिए कई बार ऐसा हुआ है कि ऊंचे GMP वाले IPO भी कमजोर लिस्ट हुए या लिस्टिंग के बाद घाटे में चले गए।
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