Groww IPO: जल्द आएगा ₹6000-7000 करोड़ का आईपीओ, जानिए कब होगा प्राइस बैंड का ऐलान

Groww IPO: भारत का सबसे बड़ा वेल्थ-टेक प्लेटफॉर्म Groww ₹6,000-7,000 करोड़ का IPO लाने की तैयारी में है। जानिए प्राइस बैंड और लिस्टिंग डेट का ऐलान कब होगा और कंपनी किन चुनौतियों का सामना कर रही है।

अपडेटेड Sep 16, 2025 पर 11:35 PM
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Groww की नींव 2016 में ललित केश्रे, हर्ष जैन, नीरज सिंह और ईशान बंसल ने रखी थी।

Groww IPO: भारत के सबसे बड़े वेल्थ-टेक प्लेटफॉर्म Groww ने ₹6,000-7,000 करोड़ के शुरुआती इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए आवेदन किया है। अगर यह आईपीओ सफल होता है, तो Groww देश के सबसे प्रॉफिटेबल लिस्टेड स्टार्टअप्स में शामिल हो सकता है।

कंपनी ₹1,060 करोड़ की नई पूंजी जुटाने की योजना भी बना रही है। वहीं, ₹5,000-6,000 करोड़ का हिस्सा मौजूदा निवेशकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचा जाएगा। 16 सितंबर को सेबी में दायर किए गए अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, फाउंडर का इरादा सिर्फ 0.07 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का है।

प्राइस बैंड और लिस्टिंग अपडेट


बेंगलुरु स्थित ब्रोकरेज कंपनी Groww अगले महीने यानी अक्टूबर के मध्य तक IPO का प्राइस बैंड तय कर सकती है। इसका इरादा नवंबर में लिस्ट होने का है। शुरुआती निवेशक Peak XV, Y Combinator, Ribbit Capital और Tiger Global इस आईपीओ में अपने शेयर बेच सकते हैं। फाउंडर की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी पर लिस्टिंग के बाद 1.5 साल तक लॉक-इन लागू रहेगा।

Groww की नींव 2016 में ललित केश्रे, हर्ष जैन, नीरज सिंह और ईशान बंसल ने रखी थी। ये सभी पहले Flipkart के कर्मचारी थे। फाउंडर की कंपनी में 27.97 प्रतिशत हिस्सेदारी है और उन्हें प्रमोटर के रूप में मान्यता मिली हुई है।

Groww की वित्तीय स्थिति

Groww ने जून तिमाही (Q1FY26) में ₹378 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया। यह सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ा है। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू ₹904 करोड़ रहा। यह एक साल पहले के मुकाबले 10 प्रतिशत कम है। हालांकि, इस सेगमेंट की अधिकतर कंपनियों ने Futures and Options (F&O) ट्रेडिंग पर सेबी के सख्त नियमों के कारण रेवेन्यू में 20-30 प्रतिशत की गिरावट देखी है।

FY25 में शुद्ध लाभ तीन गुना बढ़कर ₹1,819 करोड़ हुआ और राजस्व सालाना 31 प्रतिशत बढ़कर ₹4,056 करोड़ रहा। Groww का शुद्ध लाभ मार्जिन लगभग 45 प्रतिशत है, और योगदान मार्जिन 85 प्रतिशत है, जो इंडस्ट्री में सबसे ऊंचा है।

Groww ने हाल ही में अपने वेल्थ प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए Fisdom को खरीदा और कुछ यूजर्स के लिए कमोडिटीज भी लॉन्च की हैं। कंपनी अगले कुछ साल में अपने मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी (MTF) लेंडिंग प्रोडक्ट को बढ़ाने की योजना बना रही है। ये नए प्रोडक्ट रेवेन्यू और मुनाफा बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

Groww का मजबूत पक्ष क्या है?

Groww एसेट मैनेजमेंट कंपनी भी चलाती है। कंपनी अपने पास लगभग 1.8 करोड़ एक्टिव इन्वेस्टर होने का दावा करती है। NSE के डेटा के मुताबिक, सक्रिय निवेशक 1.2 करोड़ हैं। बाकी ग्राहक BSE या अन्य वेल्थ-टेक प्रोडक्ट्स के जरिए निवेश कर रहे हैं।

जून 2025 में Groww का NSE के सक्रिय ग्राहकों में 26 प्रतिशत बाजार हिस्सा था। नए एक्टिव यूजर्स में इसका 45 प्रतिशत का योगदान था। जून 2025 में 60 लाख नई SIPs बनाई गईं, जिनमें से 20 लाख Groww पर शुरू हुईं। यानी लगभग हर तीसरी नई SIP Groww पर शुरू हुई।

ब्रोकिंग फर्मों के लिए चुनौतियां

ब्रोकिंग कंपनियां मौजूदा वित्त वर्ष में ट्रेडिंग पर अधिक टैक्सेशन का सामना कर रही हैं। साथ ही, पिछले वित्त वर्ष के मध्य से कम एक्सचेंज रिबेट्स पा रही हैं। सेबी के रिटेल F&O ट्रेडिंग पर कड़े नियमों के कारण Zerodha और Angel One जैसी कंपनियों की रेवेन्यू और प्रॉफिट में 20-30 प्रतिशत गिरावट आई है।

अधिकांश प्रमुख ब्रोकर्स ने 2025 में लगातार आठ महीने ग्राहक खोए हैं। हालांकि Groww का कहना है कि उनके पास कई प्रोडक्ट्स और वेल्थ सर्विसेज हैं, जो उसे बाजार या नियमों में बदलाव से बचा सकती हैं।

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Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Sep 16, 2025 9:52 PM

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