Groww IPO: जिस आईपीओ का इंतजार लंबे समय से हो रहा था, वह पूरा हुआ और अब 4 नवंबर यानी कल ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैरेज वेंचर्स (Billionbrains Garage Ventures) का इश्यू खुलने वाला है। हालांकि एंकर निवेशकों के लिए इसका ₹6,632 करोड़ का आईपीओ आज खुल चुका है। न्यूज एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस आईपीओ में तीन बड़े सोवरेन फंड्स- नॉर्वे की नॉर्गेस बैंक इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट, अबू धाबी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी और जीआईसी ऑफ सिंगापुर हिस्सा लेने वाली है। ग्रो के आईपीओ की बात करें तो टाटा कैपिटल (Tata Capital), एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया (LG Electronics India) और एचडीबी फाइनेंशियल (HDB Financial) के साथ यह इस साल 2025 के सबसे बड़े आईपीओ में शुमार है।
ग्रो के ₹6,632 करोड़ के आईपीओ में ₹95-₹100 के प्राइस बैंड और 150 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। अपर प्राइस बैंड के हिसाब से ग्रो का वैल्यूएशन करीब $700 करोड़ है। यह इश्यू कल 4 नवंबर को खुलेगा और 7 नवंबर को बंद होगा। इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 10% खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। एंकर बुक के तहत ₹2950 करोड़ के शेयरों की बोली लग रही है। हालांकि यह नहीं पता चल सका कि तीनो सोवरेन फंड अलग-अलग ग्रो में कितना निवेश करने वाले हैं। इसके एंकर बुक के तहत स्थानीय बैंक, म्यूचुअल फंड्स और फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स (FPIs) समेत करीब 40 निवेशक हिस्सा ले सकते हैं।
आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 10 नवंबर को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 12 नवंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार एमयूएफजी इंडिया है। इस आईपीओ के तहत ₹₹1,060.00 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा ₹2 की फेस वैल्यू वाले 55,72,30,051 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹152.50 करोड़ क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ₹225.00 करोड़ मार्केटिंग, ₹205.00 करोड़ एनबीएफसी सब्सिडरी जीसीएस के कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए इसमें निवेश, ₹167.50 करोड़ एमटीएफ बिजनेस की फंडिंग के लिए सब्सिडरी जीआईटी में निवेश और बाकी पैसे अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होंगे।
देश में तेजी से बढ़ रहे कैपिटल मार्केट में ग्रो की टक्कर जीरोधा (Zerodha), एंजेल वन (Angel One) और अपस्टॉक्स (Upstox) जैसे दिग्गजों से है। एक्टिव क्लाइंट्स की संख्या के हिसाब से फिलहाल यह देश का सबसे बड़ा ब्रोकरेज फर्म है। इसके कारोबारी सेहत की बात करें यह वित्त वर्ष 2024 में इसे 805.45 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जिससे उबरकर यह अगले वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में ₹338.01 करोड़ के शुद्ध मुनाफे में आ गई और पूरे वित्त वर्ष 2025 में इसे ₹1,824.37 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की टोटल इनकम भी 45.27% बढ़कर ₹4,061.65 करोड़ पर पहुंच गई। इस वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो जून 2025 तिमाही में इसे ₹378.37 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹948.47 करोड़ का टोटल इनकम हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।