Groww IPO: ब्रोकरेज फर्म ग्रो की पेरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स ने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। IPO का साइज 70 करोड़ डॉलर से 1 अरब डॉलर के बीच हो सकता है। इसमें नए शेयरों के साथ-साथ प्रमोटर्स और मौजूदा निवेशकों की ओर से ऑफर फॉर सेल भी रहेगा। मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वालों से पता चला है कि अमेरिकी इनवेस्टमेंट कंपनी आइकॉनिक कैपिटल, ग्रो के प्री-IPO फंडिंग राउंड में 7 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर 15 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकती है। प्री-IPO फंडिंग राउंड 30 करोड़ डॉलर का रह सकता है।
15 मई को सिंगापुर स्थित GIC ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से 7 अरब डॉलर की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन पर ग्रो में निवेश करने की इजाजत मांगी थी। सूत्रों का कहना है कि आइकोनिक जल्द ही CCI के पास आवेदन दायर कर सकती है।
SEBI 2-3 महीने के अंदर कर सकता है फैसला
SEBI की ओर से 2-3 महीने के अंदर ग्रो के IPO पर फैसला लिए जाने की उम्मीद है। कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट फाइलिंग कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देती है। अगर जरूरी हो तो वे बाद में बाजार की स्थितियों के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किए बिना ड्राफ्ट को वापस भी ले सकती हैं। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग कंपनियों को सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से। दूसरी ओर स्टैंडर्ड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) फाइलिंग के बाद एक पब्लिक डॉक्युमेंट बन जाता है।
ग्रो के कॉम्पिटीटर्स में जीरोधा और अपस्टॉक्स शामिल हैं। इसकी आखिरी वैल्यूएशन 2021 में सीरीज ई राउंड के दौरान 3 अरब डॉलर आंकी गई थी। कंपनी के प्रमुख निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, पीक XV पार्टनर्स और रिबिट कैपिटल शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला का भी ग्रो में निवेश है। कंपनी आईपीओ में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट और कारोबार विस्तार में करने की योजना बना रही है।
ग्रो प्लेटफॉर्म पर लगभग 1.3 करोड़ एक्टिव इनवेस्टर हैं। इसके मुकाबले जीरोधा के प्लेटफॉर्म पर 78 लाख और एंजेल वन के पास 75 लाख एक्टिव इनवेस्टर हैं। IPO के लिए ग्रो ने जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड और मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर चुना है।
म्यूचुअल फंड इनवेस्टिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर शुरुआत
ग्रो ने 2016 में म्यूचुअल फंड इनवेस्टिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर शुरुआत की थी। फिर इसने स्टॉक, IPOs और ETFs की पेशकश करके लगातार विस्तार किया। ग्रो के पास अपने बड़े कस्टमर बेस के साथ म्यूचुअल फंड्स (अपने खुद के MFs समेत) और सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लांस (SIP) पोर्टफोलियो का एक मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन है। कंसोलिडेटेड बेसिस पर कंपनी का वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू दोगुने से अधिक बढ़कर 3,145 करोड़ रुपये रहा। कंसोलिडेटेड ऑपरेटिंग प्रॉफिट 17 प्रतिशत बढ़कर 535 करोड़ रुपये हो गया। ग्रो ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान अपना रजिस्टर्ड ऑफिस अमेरिका के डेलावेयर से बेंगलुरु शिफ्ट कर लिया।
हाल ही में खबर आई थी कि Groww वेल्थ मैनेजमेंट स्टार्टअप फिसडम (Fisdom) को 15 करोड़ डॉलर के नकद सौदे में खरीदने वाली है। इस सौदे पर अभी सेबी की मंजूरी मिलना बाकी है और इसमें 2-3 महीने लग सकते हैं। फिसडम में 100% हिस्सेदारी की खरीद ग्रो की प्रोडक्ट ऑफरिंग्स का विस्तार करेगी। मई 2023 में इंडियाबुल्स एएमसी के अधिग्रहण के बाद यह ग्रो का दूसरा बड़ा अधिग्रहण होगा।