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Hyundai IPO: क्या फायदे का सौदा है यह इश्यू, जानें कंप्लीट सर्कल के गुरमीत चड्ढा और मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बालिगा की राय

IPO news: HYUNDAI मोटर्स IPO 15 अक्टूबर को खुल कर 17 अक्टूबर को बंद होगा। इसका प्राइस बैंड 1865-1960 प्रति शेयर है। अंबरीश बालिगा का कहना है कि कंपनी का कर्ज स्तर काफी कम है। आईपीओ में पैरेंट कंपनी के शेयरों के बेचने से कई इश्यू नहीं है। कंपनी के फंडामेंटल्स और वैल्यूशन दोनों ही काफी अच्छे हैं

अपडेटेड Oct 12, 2024 पर 6:59 PM
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HYUNDAI भारत के पीवी मार्केट में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी का मार्केट शेयर 15 फीसदी के आसपास है। कंपनी का नेट असेट टर्नओवर 10 के आसपास है

Hyundai Motor IPO: कभी रिकॉर्ड SIP तो कभी बंपर IPO सब्सक्रिप्शन, तो कभी डीमैट अकाउंट ओपनिंग के रिकॉर्ड नंबर, अब इस तरह की खबरें आम चुकी हैं। जी हां देश का इक्विटी कल्चर बदला चुका है। इन दिनों शेयर मार्केट के जलवे ही जलवे हैं और इसमें बड़ी भूमिका प्राइमरी मार्केट की रही है। पब्लिक इश्यू को लेकर क्रेज अब अपने चरम पर है। पिछले कुछ समय में IPO मार्केट में निवेशकों की जमकर कमाई हुई। इसलिए इन दिनों हर कोई IPO में पैसा लगाने को बेताब रहता है। लेकिन समझदारी से निवेश भी जरूरी है। कभी-कभी फटाफट कमाई के चक्कर में निवेशक कारोबार, वैल्युएशन, भविष्य की संभावनाएं जैसी बातों के नजर अंदाज कर जाते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो जरा ठहरिए क्योंकि हर बड़ा IPO, बड़ा BET होगा या नहीं, ये सवाल हमेशा बना रहता है।

यहां इस बात को हम HYUNDAI मोटर्स के IPO के जरिए समझने की कोशिश कर रहे हैं। इस कोशिश में सीएनबीसी-आवाज़ का साथ दे रहे हैं Complete Circle के मैनेजिंग पार्टनर & CIO गुरमीत चड्ढा और मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बालिगा।

HYUNDAI मोटर्स IPO 15 अक्टूबर को खुल कर 17 अक्टूबर को बंद होगा। इसका प्राइस बैंड 1865-1960 रुपए प्रति शेयर है। आईपीओ की इश्यू साइज 27850 करोड़ रुपए है। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 14,21,94,700 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत जारी होंगे और ये शेयर इसकी पैरैंट कंपनी बेचेगी। हुंडई मोटर इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी OEM (ओरिजिनिल इक्विपमेंट मेकर) और सवारी गाड़ियों की दूसरी सबसे बड़ी निर्यातक है। घरेलू मार्केट में इसकी 14.6 फीसदी हिस्सेदारी है।


HYUNDAI मोटर्स IPO पर अंबरीश बालिगा

अंबरीश बालिगा का कहना है कि कंपनी का कर्ज स्तर काफी कम है। आईपीओ में पैरेंट कंपनी के शेयरों की बिक्री से इश्यू नहीं है। कंपनी के फंडामेंटल्स और वैल्यूशन दोनों ही काफी अच्छे हैं। कंपनी की ग्रोथ भी काफी अच्छी है। HYUNDAI का एक आंकड़ा तो मारुति से भी कहीं ज्यादा अच्छा है और वह है रिटर्न ऑन नेटवर्थ। HYUNDAI का रिटर्न ऑन नेटवर्थ करीब 23.5 का है, जो मारुति के लिए 16-17 के आसपास है। लेकिन आईपीओ में एक ही कमी है कि पैरेंट ने निवेशकों के लिए कुछ छोड़ा नहीं है। पहले अनुमान था कि ये 25 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ होगा। लेकिन अभी हम देख रहे हैं कि यह करीब-करीब 28 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ हो गया है। ऐसे में ये IPO उम्मीद से 10-11 फीसदी ज्यादा साइज का है। ऐसे में निवेशकों के लिए जो भी टेबल पर था वह भी निकल गया है। अगर आप इसके पीई पर नजर डालें तो मारुति का पीई भी 27 पर है और HYUNDAI का भी पीई लेवल यही है। ऐसे में इस आईपीओ में बहुत ज्यादा लिस्टिंग गेन की उम्मीद नहीं है। अंबरीश की इस आईपीओ में लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह है। आईपीओ में लिस्टिंग गेन के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह नहीं है।

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HYUNDAI मोटर्स IPO पर गुरमीत चड्ढा

गुरमीत ने कहा कि HYUNDAI भारत के पीवी मार्केट में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी का मार्केट शेयर 15 फीसदी के आसपास है। कंपनी का नेट असेट टर्नओवर 10 के आसपास है वहीं, मारुति के लिए ये आंकड़ा 8 के आसपास है। कंपनी प्रीमियमाइजेशन में आगे है। कंपनी के पोर्टफोलियो में दो तिहाई हिस्सेदारी एसयूवी की है। पिछले दो तीन साल में कंपनी की ईपीएस ग्रोथ 27-28 फीसदी के आसपास रही है। रेवेन्यू ग्रोथ भी 17-18 फीसदी के आसपास रही है। हालांकि वॉल्यूम ग्रोथ सिर्फ 6 फीसदी रही है। कंपनी के पिछले 9 महीनों के मुनाफे पर नजर डालें तो ये करीब 4400 करोड़ रुपए के आसपास है। कंपनी का मार्केट कैप 1.5 लाख करोड़ रुपए के आसपास है। ऐसे में आपको ये स्टॉक 26-27 के मल्टिपल पर मिल रहा है। मारुति का भी 25-26 के आसपास है। ऐसे में कह सकते हैं कि ये आईपीओ न तो बहुत सस्ता है और न ही बहुत महंगा।

देखने की बात ये है कि महाराष्ट्र में जनरल मोटर्स से खरीदी गई तालेगांव यूनिट से इसकी क्षमता में कितनी बढ़त होती है। अभी कंपनी की उत्पादन क्षमता 8 लाख यूनिट से कुछ ज्यादा है। तालेगांव यूनिट के चलते कंपनी की उत्पादन क्षमता 10 लाख यूनिट तक हो सकती है। कंपनी इस बढ़े उत्पादन का इस्तेमाल एक्सपोर्ट के लिए कर सकती है।

गुरमीत का कहना है कि HYUNDAI एक अच्छी और मजबूत कंपनी है। लेकिन ये कोई ऐसा आईपीओ नहीं है, जिसमें आप आज पैसा लगाएं और आपको भारी लिस्टिंग गेन मिले। आगर आपका लॉन्ग टर्म का व्यू है और आपकी उम्मीदें तर्कसंगत हैं तो इस आईपीओ में पैसे लगाएं।

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