कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI को ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के खिलाफ एक शिकायत मिली है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कंपनी अपने IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में एक पेंडिंग ट्रेडमार्क विवाद का खुलासा करने में विफल रही है। यह शिकायत फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की डिस्ट्रीब्यूटर ऑल्टस वेल्थ एंड इंश्योरेंस मार्केटिंग ने की है। ICICI Prudential AMC के 10,000 करोड़ रुपये के IPO के लिए DRHP इस साल जुलाई में जमा किया गया था।
मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चला है कि ऑल्टस वेल्थ ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ICICI प्रूडेंशियल AMC के DRHP में अधूरे, भ्रामक और गलत खुलासे हैं। ड्राफ्ट में 'प्रू' ट्रेडमार्क के इस्तेमाल से जुड़े विवाद की डिटेल शामिल नहीं है। यह विवाद अभी भी जारी है। शिकायत करने वाले का दावा है कि इस चूक का एल्टस के मालिकाना अधिकारों, बौद्धिक संपदा (intellectual property) और ब्रांड की साख पर सीधा असर पड़ता है।
ऐसी गलती SEBI के नियमों का उल्लंघन
SEBI को दिए अपने आवेदन में ऑल्टस ने कहा कि DRHP में दी गईं रेप्रेजेंटेशंस हमारे क्लाइंट की चल रही ट्रेडमार्क कार्यवाही को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही लंबे समय से बनी साख और ब्रांड आइडेंटिटी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। फिर भले ही DRHP में गलती चूक से हुई हो या जानबूझकर इस विवाद के बारे में न बताया गया हो। शिकायत में आगे कहा गया है कि इस तरह की चूक गुमराह करने वाली है। यह SEBI (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशंस, 2018 के तहत अनिवार्य डिस्क्लोजर स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन है।
ऑल्टस वेल्थ ने कहा कि उसकी ओर से 'प्रू' लोगो को पहली बार दिसंबर 2020 में ट्रेडमार्क के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए भेजा गया था। इसके आवेदन के बाद प्रूडेंशियल आईपी सर्विसेज ने अप्रैल 2021 में विरोध का नोटिस दायर किया। तर्क दिया गया कि इस तरह का ट्रेडमार्क देने से निवेशकों में भ्रम पैदा हो सकता है। प्रूडेंशियल आईपी सर्विसेज, ICICI Prudential AMC IPO में शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स में से एक है।
ऑल्टस वेल्थ ने आगे आरोप लगाया कि प्रूडेंशियल आईपी ने रजिस्ट्री प्रोसीडिंग्स के दौरान जबरदस्ती और असंतुलन का माहौल बनाया। ट्रेडमार्क रजिस्ट्री में 'प्रू' शब्द के तहत रजिस्टर्ड, वापस लिए गए, विरोध किए गए और स्वीकृत जैसी कैटेगरी में कई आवेदन मौजूद हैं। इससे पता चलता है कि यह शब्द प्रूडेंशियल आईपी का एक्सक्लूसिव टर्म नहीं है।
DRHP में लोगो को लेकर क्या खुलासे मौजूद
ICICI Prudential AMC के DRHP ने बौद्धिक संपदा अधिकारों पर केवल सामान्य खुलासे किए हैं। फाइलिंग में ICICI Bank और प्रूडेंशियल समूह के साथ उनके नाम और लोगो के इस्तेमाल के लिए लाइसेंसिंग समझौतों का तो जिक्र है। लेकिन पेंडिंग मुकदमे की डिटेल नहीं दी गई है। DRHP में कहा गया है, "हमने तय शर्तों के अनुसार 'ICICI' नाम और/या शब्द और संबंधित डिवाइसेज, लोगो और लेबल के इस्तेमाल के लाइसेंस के लिए ICICI Bank TMLA पर साइन किए हैं... हमने 'प्रूडेंशियल' और/या 'PRU' और/या 'PCA' एलिमेंट्स वाले या उनकी मौजूदगी वाले किसी भी मार्क या नाम के इस्तेमाल के लिए प्रूडेंशियल TMLA पर भी साइन किए हैं।"
ICICI Pru ने आगाह किया है कि बौद्धिक संपदा अधिकार नियंत्रण से परे घटनाओं, जैसे कि थर्ड पार्टी विवाद, रेगुलेटरी एक्शन या प्रतिकूल पब्लिसिटी से प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, ऑल्टस ने तर्क दिया है कि ट्रेडमार्क विवाद की अनदेखी एक महत्वपूर्ण मसला है और इसका स्पष्ट रूप से खुलासा किया जाना चाहिए था।
एक कानूनी विशेषज्ञ का कहना है कि IPO फाइलिंग में डिस्क्लोजर संबंधी चूक के गंभीर रेगुलेटरी नतीजे हो सकते हैं। महत्वपूर्ण विवादों, विशेष रूप से ब्रांड पहचान को प्रभावित करने वाले विवादों का DRHP में खुलासा किया जाना चाहिए।