ideaForge Tech IPO: '3 इंडियट्स' मूवी में आमिर खान ने ड्रोन के जिस मॉडल को उड़ाया था, उसकी कंपनी आइडियाफोर्ज टेक (ideaForge Tech) अब लिस्ट होने की प्रक्रिया में है। यह इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 26 जून को खुलेगा। हालांकि प्राइस बैंड अभी तक तय नहीं हुआ और आज इसका ऐलान हो सकता है। इस इश्यू के तहत नए शेयर भी जारी होंगे और ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए प्रमोटर्स और निवेशक भी शेयरों की बिक्री करेंगे। इस कंपनी में प्रमोटर्स की 33.97 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं सबसे अधिक होल्डिंग फ्लोरीनट्री एंटरप्राइज एलएलपी (11.85 फीसदी) और Celesta Capital II Mauritius (11.42 फीसदी) की है।
ideaForge Tech IPO की डिटेल्स
आइडियाफोर्ज टेक का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26 जून से 29 जून तक खुला रहेगा। इस इश्यू के तहत 240 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने की है। इसके अलावा ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 48,69,712 इक्विटी शेयर जारी करने की है। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। एंप्लॉयीज के लिए 13,112 शेयर आरक्षित किए गए हैं।
आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 4 जुलाई को फाइनल होगा और 7 जुलाई को लिस्टिंग होगी। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, प्रोडक्ट डेवलपमेंट में निवेश और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा। इश्यू के लिए रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है।
ideaForge Tech के बारे में डिटेल्स
आइडियाफोर्ज अनमैन्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम्स (UAS) बनाती है। इसका इस्तेमाल मैपिंग, सिक्योरिटी और सर्विलांस में होता है। इसके दो मुख्य सॉफ्टवेयर हैं। एक ब्लूफायर लाइव है जो वीडियो को सुरक्षित तरीके से लाइव स्ट्रीम करने में मदद करता है और इसके जरिए दूर कहीं बैठकर भी ड्रोन को कंट्रोल किया जा सकता है। वहीं दूसरा सॉफ्टवेयर ब्लूफायर टच है जो ग्राउंड कंट्रोल सॉफ्टवेयर है। इसे वेप्वाइंट-बेस्ड नेविगेशन के जरिए किसी एरिया या लोकेशन में पहले से तय कार्यक्रम के आधार पर मैपिंग और सर्विलांस मिशन के लिए बनाया गया है।
यह देश की सबसे बड़ी ड्रोन कंपनी है और वित्त वर्ष 2022 में इसके पास 50 फीसदी मार्केट शेयर था। दिसंबर 2022 में ड्रोन इंडस्ट्री इनसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक सिविल और डिफेंस, दोनों के ड्रोन के हिसाब से यह दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कंपनी है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसके मुनाफे में पिछले चार वित्त वर्षों से उतार-चढ़ाव दिख रहा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 13.45 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले साल बढ़कर 14.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि स्थिति फिर सुधरी और वित्त वर्ष 2022 में इसे 44.01 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ। इसके बाद अगले वित्त वर्ष फिर मुनाफा गिरा और यह 31.99 करोड़ रुपये पर आ गया।