Inox Green Energy Services अपने प्रस्तावित आईपीओ के इश्यू साइज में बढ़ोतरी के बाद जल्द ही एक बार फिर सेबी में अपने आईपीओ के लिए नए सिरे से अर्जी दाखिल कर सकती है। गौरतलब है कि अप्रैल में Inox Wind की इस सब्सिडियरी ने अपने लिस्टिंग एप्लीकेशन को वापस ले लिया था।
पूर्व में Inox Wind Infrastructure Services के नाम से जानी जाने वाली Inox Green Energy Services के आईपीओ को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से फिर से मंजूरी मिली है।
बता दें कि ग्रीन एनर्जी सर्विसेस Inox Wind की एक मटेरियल सब्सिडियरी है। कंपनी ने बताया है कि उसके इस आईपीओ में 500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू होगा। इसके साथ ही इस आईपीओ के तहत ऑफर फॉर सेल भी रखा जाएगा। इस आईपीओ के ऑफर फॉर सेल के जरिए कंपनी के शेयरधारक और प्रमोट अपनी हिस्सेदारी बेच सकेंगे। कंपनी का यह आईपीओ ऑफर दूसरी वैधानिक मंजूरियों और बाजार स्थितियों पर निर्भर करता है।
Inox Wind ने भी बताया है कि उसके बोर्ड डायरेक्टरों की एक कमेटी ने प्रस्तावित आईपीओ में 400 करोड़ रुपये के OFS के जरिए भागीदारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
बता दें कि इसके पहले Inox Green Energy Services ने 29 अप्रैल को आईपीओ के लिए सेबी में दाखिल किए गए DRHP को वापस ले लिया था। इस ऑफर में फ्रेश इश्यू के साथ ही 3,700 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल भी शामिल था। बता दें कि कोई भी कंपनी जो आईपीओ जैसे इंस्ट्रूमेंट के माध्यम से बाजार में आम निवेशकों को शेयरों की बिक्री के माध्यम से धन जुटाना चाहती है, उसे इसके लिए सेबी से मंजूरी लेनी होती है। कंपनी प्रस्तावित आईपीओ से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य के लिए करने वाली थी।