Lenskart IPO: आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड जल्द ही अपना आईपीओ लाने की तैयारी में है। IPO से पहले ही यह कंपनी बहुत सुर्खियों में है। दरअसल कंपनी के शेयरों की अनलिस्टेड मार्केट में जबरदस्त डिमांड है और रेट ₹510 प्रति शेयर तक पहुंच गया है। इस प्राइस पर कंपनी की वैल्यूएशन $10 बिलियन तक पहुंचने का संकेत मिल रहा है, जो कि $5 बिलियन के पिछले वैल्यूएशन से दोगुना है।सूत्रों के मुताबिक, Lenskart इस ग्रे मार्केट वैल्यूएशन को बरकरार रख सकती है और भारतीय एक्सचेंजों पर लगभग $8-10 बिलियन के मूल्यांकन के साथ लिस्ट हो सकती है।
जबरदस्त ग्रोथ के साथ है लिस्टिंग की तैयारी
Lenskart के अनलिस्टेड शेयरों में इतनी हलचल की वजह है इसका शानदार वित्तीय प्रदर्शन। कंपनी ने FY24 में ₹10.2 करोड़ के घाटे की तुलना में FY25 में ₹297.3 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। राजस्व सालाना 23 प्रतिशत बढ़कर ₹6,652.5 करोड़ हो गया है, जबकि सकल मार्जिन 500 आधार अंकों से अधिक सुधरकर लगभग 69 प्रतिशत हो गया है, जो कंपनी की परिचालन कैपेसिटी को दिखाता है। जानकारी के मुताबिक कंपनी 22 अक्टूबर के सप्ताह में अपना रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) दाखिल कर सकती है और 12 नवंबर तक स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होने की उम्मीद है।
ऑफलाइन विस्तार और विदेशों में बना रही पहुंच
Lenskart ने अपने व्यापार को केवल भारत तक ही सीमित नहीं रखा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। कंपनी के पास वर्तमान में 2,723 स्टोर हैं, जिनमें से 2,067 भारत में और 656 विदेशों में (जापान और यूरोप में अधिग्रहण के कारण) हैं। कंपनी का लगभग 60 प्रतिशत राजस्व भारत से आता है, जबकि 40 प्रतिशत राजस्व विदेशी क्षेत्रों से प्राप्त होता है, जो इसके भौगोलिक विविधीकरण को रेखांकित करता है। इसके साथ ही Lenskart की योजना चालू वित्तीय वर्ष (FY26) में 450 नए स्टोर जोड़ने की है।
कंपनी को इस महीने की शुरुआत में ही IPO के लिए SEBI की मंजूरी मिल गई थी। यह IPO लगभग ₹8,000 करोड़ का होगा। इसमें ₹2,150 करोड़ का नया इश्यू और मौजूदा निवेशकों और प्रमोटरों द्वारा 13.2 करोड़ शेयरों तक का ऑफर फॉर सेल (OFS) भी शामिल है। ₹272.6 करोड़ का उपयोग FY29 तक भारत में 620 नए कंपनी-स्वामित्व वाले नए स्टोर खोलने में किया जाएगा। ₹213.4 करोड़ टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश किए जाएंगे, खासकर AI-आधारित फुलफिलमेंट और रोबोटिक लेंस लैब को बढ़ाने के लिए। वहीं ₹320 करोड़ ब्रांड मार्केटिंग और व्यापार प्रचार के लिए अलग रखे जाएंगे।