LIC के आईपीओ को इनवेस्टर्स का शानदार रिस्पॉन्स मिला है। इश्यू खुलते ही अलग-अलग कैटेगरी के इनवेस्टर्स ने इसमें खूब दिलचस्पी दिखाई है। कंपनी का इश्यू पहले दिन 64% ही सब्सक्राइब हो पाया। पॉलिसीहोल्डर्स का कोटा करीब ढाई घंटे में पूरी तरह सब्सक्राइब हो चुका था। पहले दिन अब तक सब्सक्रिप्शन का आंकड़ा कुछ इस तरह है। पॉलिसीहोल्डर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 1.9 गुना सब्सक्राइब हुआ है। कर्मचारियों का हिस्सा पहले दिन पूरी तरह भर गया है। जबकि रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन में 57% बुकिंग हुई है। नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 25% और क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 0.33% सब्सक्राइब हुआ है।
इस बीच, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास दिन में 2 बजे रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया। उन्होंने महंगाई को काबू में करने के लिए यह कदम उठाया है। रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाया गया है। इससे यह अब बढ़कर 4.40 फीसदी हो गया है।
यह आईपीओ रिटेल इनवेस्टर्स के लिए इस शनिवार को भी खुला रहेगा। इस बारे में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है।
IPO Watch के मुताबिक, एलआईसी के शेयर पर ग्रे मार्केट में 65 रुपये का प्रीमियम चल रहा है। यह इश्यू प्राइस के मुकाबले 10 फीसदी से थोड़ा कम है। लेकिन, इससे यह पता चलता है कि 17 मई को यह शेयर अच्छे प्रीमियम के साथ लिस्ट हो सकता है। आईपीओ वॉच ग्रे मार्केट में प्रीमियम को ट्रैक करता है।
यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि इस आईपीओ से जो पैसा आएगा वह सरकार को मिलेगा। इस इश्यू में रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 31.25 फीसदी कोटा रिजर्व है। पॉलिसीहोल्डर्स के लिए 10 फीसदी और एंप्लॉयीज के लिए 0.7 फीसदी कोटा रिजर्व है।
इनवेस्टर्स ने LIC के IPO में जिस तरह से रिस्पॉन्स दिखाया है, उससे इस इश्यू के कुछ ही घंटे में पूरी तरह सब्सक्राइब हो जाने की उम्मीद है। दरअसल, इस इश्यू में कंपनी ने इनवेस्टर्स को डिस्काउंट दिया है। इसलिए इस इश्यू को लेकर इनवेस्टर्स में बहुत उत्साह है।
मार्केट एक्सपर्ट्स ने इनवेस्टर्स को इस आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि सरकार ने एलआईसी की जो वैल्यूएशन तय की है, उससे यह इश्यू अट्रैक्टिव हो गया है।