LIC के शेयर मंगलवार को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो गए। दोनों ही स्टॉक एक्सचेंजों पर इस शेयर की लिस्टिंग इश्यू प्राइस के मुकाबले डिस्काउंट पर हुई। इससे इनवेस्टर्स खासकर रिटेल इनवेस्टर्स को बहुत निराशा हुई। पॉलिसीहोल्डर्स को भी खासा निराशा हुई। 60 रुयये के डिस्काउंट के बावजूद उन्हें प्रॉफिट बनाने का मौका नहीं मिला। रिटेल इनवेस्टर्स का भी यही हाल रहा।
खास बात यह है कि पिछले कई हफ्ते के बाद इस हफ्ते शेयर बाजार में रौनक लौटी है। मंगलवार लगातार दूसरा दिन है, जब शेयर बाजार हरे निशान में खुले। इसका फायदा एलआईसी के शेयरों की लिस्टिंग को नहीं मिला। ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयर में पिछले कुछ दिनों से डिस्काउंट पर ट्रेडिंग हो रही थी। इससे इसकी कमजोर लिस्टिंग की उम्मीद लगाई जा रही थी।
जानकारों का कहना है कि एलआईसी की कमजोर लिस्टिंग से इनवेस्टर्स को निराश नहीं होना चाहिए। उन्हें इस शेयर को लॉस में बेचने से बचना चाहिए। उनका कहना है कि एलआईसी की बुनियादी स्थिति मजबूत है। यह देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है।
मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत तापसे ने कहा, "हम एलआईसी के इश्यू में इनवेस्ट करने वाले लोगों को निराश नहीं होने की सलाह देंगे। उन्हें इस शेयर को अपने पास बनाए रखना चाहिए। यह शेयर मीडियम से लॉन्ग टर्म में अच्छा प्रॉफिट देगा।" उन्होंने यहां तक कि कहा कि जिन इनवेस्टर्स को यह शेयर अलॉट नहीं हुआ था, वे स्टॉक मार्केट में इसे सस्ते भाव में खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन निवेशकों को आईपीओ में एक लॉट अलॉट हुए हैं, वे चाहे तो इसमें इनवेस्टमेंट बढ़ा सकते हैं।
स्वस्तिका इनवेस्टमार्ट के सीनियर एनालिस्ट आयुष अग्रवाल ने कहा कि इनवेस्टर्स को यह समझना चाहिए कि एलआईसी का बिजनेस लॉन्ग टर्म वाला है। इसलिए हम इनवेस्टर्स को इस शेयर में अपना इनवेस्टमेंट बनाए रखने की सलाह इनवेस्टर्स को देंगे। उन्हें हताशा में इस शेयर को कम भाव पर बेचकर लॉस बुक नहीं करना चाहिए।
सुबह 10:38 मिनट पर एनएसई में एलआईसी के शेयर का भाव 899.50 रुपये चल रहा था। इस प्राइस पर पॉलिसीहोल्डर्स को करीब 10 रुपये का मुनाफा हो रहा है, जबकि रिटेल इनवेस्टर्स को करीब 5 रुपये का नुकसान हो रहा है। ध्यान दें कि पॉलिसीहोल्डर्स को यह सेयर 60 रुपये और रिटेल इनवेस्टर्स को 45 रुपये डिस्काउंट पर मिला है।