Canara Robeco AMC IPO Listing: इक्विटी, डेट और हाइब्रिड स्कीम समेत कई प्रकार के निवेश विकल्प मुहैया कराने वाली केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Canara Robeco AMC) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में प्रीमियम एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 9 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹266 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹280.25 और NSE पर भी ₹280.25 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 5% से अधिक लिस्टिंग गेन (Canara Robeco AMC Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹291.50 (Canara Robeco AMC Share Price) पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 9.59% मुनाफे में हैं।
Canara Robeco AMC IPO को कैसा मिला रिस्पांस?
केनरा रोबेको एएमसी का ₹1,326 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 9-13 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 9.74 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 25.92 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 6.45 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.91 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि ₹10 की फेस वैल्यू वाले 4,98,54,357 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ये शेयर प्रमोटर्स केनरा बैंक और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप ने बेचे हैं। केनरा बैंक को ये शेयर ₹2.01 के वेटेड एवरेज कॉस्ट पर मिले थे और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप को ₹12.87 के भाव पर। केनरा बैंक ने ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 2,59,24,266 शेयर और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप ने 2,39,30,091 शेयर बेचे हैं। चूंकि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का था तो केनरा रोबेको को आईपीओ का पैसा नहीं मिला है।
Canara Robeco AMC के बारे में
वर्ष 1993 में बनी केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड के लिए इंवेस्टमेंट मैनेजर का काम करती है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह केनरा बैंक और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप एनवी (पूर्व नाम रोबेको ग्रुप एनवी) के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर है। यह इक्विटी, डेट और हाइब्रिड स्कीम समेत कई प्रकार के निवेश विकल्प मुहैया कराती है और जून 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक यह 26 स्कीम मैनेज कर रही है जिसमें से 15 इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम हैं और इसमें भी 3 हाइब्रिड स्कीम हैं। वहीं बाकी 11 डेट-ओरिएंटेड स्कीम हैं जिसमें से एक हाइब्रिड स्कीम है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹79.00 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹151.00 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹190.70 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 40% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹404.00 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी को ₹60.98 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹121.34 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है।
कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹278.70 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹404.64 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹400.64 करोड़ से बढ़कर इस वित्त वर्ष 2026 की जून 2025 तिमाही के आखिरी में यह ₹461.19 करोड़ पर पहुंच गया। अब रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹328.55 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹454.49 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹600.06 करोड़ पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2026 में जून 2025 तिमाही के आखिरी में यह ₹660.60 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।