Mangal Electrical Industries IPO: राजस्थान स्थित मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज IPO के माध्यम से 450 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने 24 दिसंबर को कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया। आईपीओ में केवल नए शेयर जारी होंगे, OFS (Offer for Sale) नहीं होगा। इसलिए IPO की पूरी आय कंपनी के पास जाएगी।
मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज, IPO लॉन्च के लिए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले प्री-IPO प्लेसमेंट में 90 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो IPO का साइज घट जाएगा। सिस्टमैटिक्स कॉरपोरेट सर्विसेज को IPO संभालने के लिए मर्चेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया गया है।
राजस्थान में 5 प्रोडक्शन प्लांट के जरिए मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज पावर इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री में ट्रांसफॉर्मर और कस्टमाइज्ड प्रोडक्ट्स भी बनाती है। यह सिंगल-फे 5 केवीए से लेकर 3-फेज 10 एमवीए (मीडियम पावर) तक के ट्रांसफॉर्मर बनाती है। साथ ही पावर इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रिकल सबस्टेशनों की स्थापना के लिए ईपीसी सर्विसेज भी देती है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
नवंबर 2024 तक सभी बिजनेस सेगमेंट्स के लिए मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज की ऑर्डर बुक 97.87 करोड़ रुपये थी। यह IPO से हासिल पैसों में से 96.03 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। 15 नवंबर, 2024 तक कंपनी पर 209.05 करोड़ रुपये की उधारी थी। इसके अलावा 120 करोड़ रुपये का इस्तेमाल राजस्थान के सीकर में यूनिट IV में फैसिलिटी का विस्तार करने और जयपुर में अपने मौजूदा हेडक्वार्टर में सिविल कार्यों के लिए किया जाएगा। 122 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज की वित्तीय स्थिति
मंगल इलेक्ट्रिकल ने वित्त वर्ष 2024 में 20.9 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के 24.7 करोड़ रुपये के मुनाफे की तुलना में 15.3 प्रतिशत कम है। हालांकि, इसी अवधि में रेवेन्यू लगभग 27 प्रतिशत बढ़कर 449.5 करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल-जून 2024 तिमाही के लिए रेवेन्यू 247 करोड़ रुपये और मुनाफा 19.73 करोड़ रुपये रहा।