MobiKwik IPO: कैसा है मोबिक्विक का आईपीओ, क्या आपको निवेश करना चाहिए?

MobiKwik की शुरुआत डिजिटल वॉलेट-बेस्ड प्लेटफॉर्म के तौर पर हुई थी। इसका फोकस रिचार्च/टॉप-अपर और यूटिलिटी पेमेंट्स पर था। अब यह ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) के लिहाज से सबसे बड़ी वॉलेट प्लेयर बन गई है। इसके अलावा इसे शुरुआती प्लेयर होने का फायदा हासिल है

अपडेटेड Dec 11, 2024 पर 12:35 PM
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मोबिक्विक दो वर्टिकल्स-पेमेंट सर्विस और फाइनेंशियल सर्विस के जरिए ऑपरेट करती है।

मोबिक्विक का आईपीओ 11 दिसंबर को खुल गया है। यह प्रमुख डिजिटल पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म है। फिनटेक सेगमेंट में कंपनी की अच्छी पैठ है। कंपनी फिनटेक सेक्टर में तेजी से बढ़ते मौकों का फायदा उठाना चाहती है। यह इनवेस्टर्स को हाई ग्रोथ वाले डिजिटल फाइनेंस में निवेश का मौका ऑफर करना चाहती है। मोबिक्विक दो वर्टिकल्स-पेमेंट सर्विस और फाइनेंशियल सर्विस के जरिए ऑपरेट करती है।

मोबिक्विक का बिजनेस

MobiKwik की शुरुआत डिजिटल वॉलेट-बेस्ड प्लेटफॉर्म के तौर पर हुई थी। इसका फोकस रिचार्च/टॉप-अपर और यूटिलिटी पेमेंट्स पर था। अब यह ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) के लिहाज से सबसे बड़ी वॉलेट प्लेयर बन गई है। इसके अलावा इसे शुरुआती प्लेयर होने का फायदा हासिल है। हालांकि, यह रजिस्टर्ड वॉलेट यूजर्स के मामले में पीछे है। पेमेंट बिजनेस मोबिक्विक के लिए सबसे बड़ा बिजनेस है। इसकी कुल रेवेन्यू में करीब 50 फीसदी हिस्सेदारी है।


टियर 2 और टियर 3 शहरों पर फोकस

मोबिक्विक को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। कंपनी का मानना है कि फाइनेंशियल सर्विसेज के जरिए यह अपना रेवेन्यू बढ़ा सकती है। इसलिए यह लोन, इंश्योरेंस और म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूशन के बिजनेस में उतरना चाहती है। यह AI-आधारित लेंस के जरिए पर्सनल फाइनेंस प्लानर की सुविधा भी शुरू करना चाहती है। कंपनी ने टियर 2 और टियर 3 शहरों पर फोकस बढ़ाया है। इससे FY22 से FY24 के बीच इसकी GMC की CAGR 145 फीसदी रही है।

ग्रॉस मार्जिन में गिरावट

मोबिक्विक के मुख्य पेमेंट बिजनेस का प्रदर्शन लगातार खराब हुआ है। FY22-FY24 के दौरान इस बिजनेस में गिरावट की CAGR 14 फीसदी रही है। FY24 में इसका ग्रॉस मार्जिन गिरकर 19 फीसदी पर आ गया। यह FY22 में 32 फीसदी था। हालांकि, कंपनी के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस दौरान इसकी CAGR 139 फीसदी रही है। इस दौरान ग्रॉस मार्जिन भी बढ़ा है।

डिजिटल पेमेंट मार्केट की तेज ग्रोथ का फायदा

कंपनी के ओवरऑल बिजनेस की बात की जाए तो FY22 से FY24 के दौरान रेवेन्यू की CAGR 29 फीसदी रही है। इस दौरान EBITDA मार्जिन -25 फीसदी से बढ़कर 3 फीसदी पर आ गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डिजिटल पेमेंट मार्केट की ग्रोथ बहुत अच्छी रही है। अगले पांच साल में इसके पांच गुना हो जाने की उम्मीद है। इसमें स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल का बड़ा हाथ होगा। लेकिन, कम मार्जिन और ज्यादा प्रतिस्पर्धा बड़ी चुनौतियां हैं। लो टेक रेट (0.7-0.8 फीसदी) और कम कस्टमर स्विचिंग कॉस्ट के साथ खुद को दूसरे प्लेयर्स से अलग खड़ा करना कंपनी के लिए बड़ी चुनौती है।

कैसी है वैल्यूएशन?

मोबिक्विक की ग्रोथ तेजी से बढ़ते फाइनेंशियल सर्विसेज की ग्रोथ पर निर्भर करेगी। कंपनी को प्राइवेट बैंकों और पहले से कारोबार कर रही फाइनेंशियल कंपनियों से मुकाबला करना होगा। यह कम बैंकिंग सुविधाओं वाले इलाकों पर फोकस बढ़ाकर बिजनेस बढ़ा सकती है। इस आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से प्राइस-टू-सेल्स (P/S) मल्टीपल FY27 की अनुमानित अर्निंग्स की 1.3 गुना है। यह प्रतिद्वंद्वी कंपनी Paytm के मुकाबले डिस्काउंट पर है। इसकी एक बड़ी वजह मोबिक्विक का कम कस्टमर बेस हो सकता है। इसकी ज्यादा मौजूदगी टियर 2 और टियर 3 शहरों में है, जहां टिकट साइज छोटा है।

MoneyControl News

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Tags: #IPO

First Published: Dec 11, 2024 12:29 PM

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