NSDL IPO: सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) के शेयरों की लिस्टिंग के करीब आठ साल बाद अब नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के भी लिस्टिंग की तैयारी हो रही है। इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है। इसके आईपीओ में प्रति शेयर ₹760–₹800 के भाव में बोली लगा सकेंगे। खास बात ये है कि यह भाव अनलिस्टेड मार्केट में इसके शेयरों के भाव ₹1025 से 22% के भारी डिस्काउंट पर है। वहीं एक और अहम बात ये है कि अनलिस्टेड मार्केट में ₹1025 का मौजूदा भाव भी अपने हालिया रिकॉर्ड भाव ₹1275 से पहले ही 20% डिस्काउंट पर है जो इसने 12 जून 2025 को छुआ था। प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से कंपनी का मार्केट कैप करीब ₹16 हजार करोड़ बैठ रहा है।
एनएसडीएल का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 जुलाई को खुलेगा और 1 अगस्त तक खुला रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 29 जुलाई को खुलेगा। ₹4011 करोड़ का यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है।
NSDL IPO के प्राइस बैंड से खुदरा निवेशकों को झटका!
एनएसडीएल आईपीओ के प्राइस बैंड से कुछ खुदरा निवेशकों को झटका लगा है, जिन्होंने इसके शेयर अभी हाल-फिलहाल में लिए हैं। हालांकि शुरुआती निवेशकों को अब भी तगड़ा मुनाफा मिलने वाला है। आईडीबीआई बैंक की इसमें 26% हिस्सेदारी है और इसने 5.22 करोड़ शेयर महज ₹2 के औसत भाव पर रखे हैं यानी कि इसका ₹10.44 करोड़ का निवेश अब 39,900% उछलकर ₹4,176 करोड़ पर पहुंच गया। इसी प्रकार एनएसई ने ₹12.28 के भाव पर 24% हिस्सेदारी यानी 4.8 करोड़ शेयर ₹12.28 के औसत भाव पर लिया। इसकी वैल्यू ₹59 करोड़ से 6408% से अधिक बढ़कर ₹3,840 करोड़ पर पहुंच गई। इसके अलावा SUUTI के जरिए सरकार की हिस्सेदारी भी ₹2.73 करोड़ से बढ़कर ₹1,093 करोड़ पर पहुंच गए। इसने भी ₹2 के औसत भाव पर शेयर खरीदे हैं।
एचडीएफसी बैंक की एनएसडीएल में 8% और एसबीआई की 5% हिस्सेदारी है। एचडीएफसी बैंक ने इसके शेयर ₹108.29 के औसत भाव पर खरीदे हैं जिसकी वैल्यू अब ₹1,273 करोड़ और ₹2 के औसत भाव पर खरीदी गई एसबीआई की हिस्सेदारी रॉकेट की स्पीड से बढ़कर अब ₹800 करोड़ पर पहुंच गई। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने इसके ₹7 करोड़ के शेयर ₹5.20 के औसत भाव पर खरीदे थे जिसकी वैल्यू अब ₹450 करोड़ पर पहुंच गई है।
पहली बार नहीं तय हुआ है डिस्काउंट पर प्राइस बैंड
एनएसडीएल ने अनलिस्टेड मार्केट के भाव की तुलना में 22% के भारी डिस्काउंट पर प्राइस बैंड फिक्स किया है। खास बात ये है कि अनलिस्टेड मार्केट में मौजूदा भाव पहले से ही रिकॉर्ड भाव से 22% डिस्काउंट पर है। हालांकि पहली बार ऐसा नहीं हुआ है, जब किसी आईपीओ का प्राइस बैंड अनलिस्टेड मार्केट में भाव से डिस्काउंट पर तय किया गया हो। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा टेक्नोलॉजीज, एजीएस ट्रांजैक्ट, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी और पीबी फिनटेक के आईपीओ के मामले में पहले भी ऐसा हो चुका है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।