NSDL IPO: नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के आईपीओ को दूसरे दिन भी निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। यह आईपीओ बुधवार को खुलने के कुछ घंटों के भीतर ही पूरी तरह सब्सक्राइब कर लिया गया था। इसे दिन के अंत तक इसे 1.78 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था।
यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। NSE के आंकड़ों के मुताबिक, ₹4,011 करोड़ के NSDL के आईपीओ को 3.51 करोड़ शेयरों के मुकाबले 17.65 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। इससे कुल सब्सक्रिप्शन 5.03 गुना रहा।
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) की हिस्सेदारी को 11.08 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। वहीं, रिटेल निवेशकों (RII) की कैटेगरी को 4.17 गुना। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) की हिस्सेदारी 1.96 गुना सब्सक्राइब हुई।
NSDL आईपीओ का शेयर का प्राइस बैंड ₹760 से ₹800 प्रति शेयर तय किया गया है। यह पब्लिक इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें 5.01 करोड़ शेयर बेचे जा रहे हैं। शेयर बेचने वालों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), HDFC बैंक, IDBI बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और SUUTI शामिल हैं। NSDL ने मंगलवार को एंकर इनवेस्टर्स से पहले ही ₹1,201 करोड़ जुटा लिए थे।
NSDL का आईपीओ 1 अगस्त को बंद होगा। इसका अलॉटमेंट की 4 अगस्त तक फाइनल होने की संभावना है। वहीं, शेयर मार्केट में लिस्टिंग 6 अगस्त को हो सकती है।
ग्रे मार्केट में भी बढ़ी हलचल
NSDL के शेयर अनरेगुलेटेड ग्रे मार्केट में करीब 17% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। Investorgain के मुताबिक, कंपनी के शेयर ₹143 के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर उपलब्ध हैं। यह 17.88% की संभावित लिस्टिंग गेन की ओर इशारा करता है। हालांकि, यह एक अनरेगुलेटेड मार्केट है, जहां कीमतें लगातार घटती-बढ़ती रहती हैं।
NSDL IPO को सब्सक्राइब रेटिंग
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी का कहना है कि NSDL के IPO की प्राइसिंग अट्रैक्टिव है और निवेशक इसमें बोली लगा सकते हैं। फर्म के मुताबिक, प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर कंपनी का वैल्यूएशन FY25 की अनुमानित अर्निंग्स का 46.6 गुना है, जो पहले से मार्केट में लिस्टेड CDSL से कम है। इस प्राइसिंग पर कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 16,000 करोड़ रुपये बैठता है।
Angel One का मानना है कि भारत में डिपॉजिटरी सर्विसेज बिजनेस के लिए लंबी अवधि में जबरदस्त ग्रोथ की संभावना है। कैपिटल मार्केट में लोगों की पहुंच तेजी से बढ़ रही है और सरकार भी फाइनेंशियल इंक्लूजन पर जोर दे रही है।
Bajaj Broking ने भी लंबे समय के नजरिए से इस IPO में बोली लगाने की सलाह दी है। फर्म ने कहा कि फिलहाल आबादी के केवल 13.4 फीसदी लोगों के पास ही डीमैट अकाउंट हैं, जिससे ग्रोथ की गुंजाइश काफी ज्यादा है। हालांकि, ट्रांजेक्शन एक्टिविटी में कमी और CDSL से कड़ी टक्कर कंपनी के लिए रिस्क हैं।
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