फिजिक्सवाला का आईपीओ 11 नवंबर को खुल जाएगा। यह आईपीओ 3,480 करोड़ रुपये का होगा। एंकर इनवेस्टर्स के लिए यह आईपीओ 10 नवंबर को खुल जाएगा। इस इश्यू में 13 नवंबर तक निवेश किया जा सकता है। कंपनी इस इश्यू में 3,100 करोड़ रुपये के नए शेयर इश्यू करेगी। इसमें ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल होगा, जिसमें अलख पांडेय और प्रतीक बूब सहित कुछ प्रमोटर्स 380 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
कंपनी में कई बड़ी इनवेस्टमेंट फर्मों का निवेश
Physicswallah नोएडा की कंपनी है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन एजुकेशन सर्विसेज देती है। कंपनी में अलख पांडेय और प्रतीक बूब में से प्रत्येक की 40.31 फीसदी हिस्सेदारी है। कई संस्थागत निवेशकों ने फिजिक्सवाला में निवेश किया है। इसमें वेस्टब्रिज एआईएफ की 6.40 फीसदी, होर्नबिल कैपिटल पार्टनर्स की 4.41 फीसदी, जीएसवी वेंचर्स फंड की 2.85 फीसदी, लाइटस्पीड अपॉर्च्युनिटी फंड की 1.79 फीसदी और सेतु एआईएफ ट्रस्ट की 1.39 फीसदी हिस्सेदारी है।
देश की टॉप 5 एजुकेशन कंपनियों में शामिल
फिजिक्सवाला प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी प्रिपरेशन कोर्सेज ऑफर करती है। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले 30 अक्तूबर को बता दिया था कि फिजिक्सवाला अगले कुछ हफ्तों में 43.1 करोड़ डॉलर का आईपीओ लॉन्च करने जा रही है। फिजिक्सवाला देश की टॉप 5 एजुकेशन कंपनियों में शामिल है। कंपनी ने अपने नए ऑफलाइन और हाइब्रिड सेंटर्स पर 460.5 करोड़ रुपये इनवेस्ट करने का प्लान बनाया है। लीज पेमेंट पर यह 548.3 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
2020 में हुई थी कंपनी की शुरुआत
अलख पांडेय और प्रतीक बूब ने 2020 में फिजिक्सवाला की शुरुआत की थी। यह JEE, NEET, UPSC जैसी प्रतियोगी एग्जाम्स के अलावा एकैडमिक कोचिंग भी ऑफर करती है। जून 2025 में तिमाही में कंपनी को 152 करोड़ रुपये का लॉस हुआ था। यह पिछले साल जून तिमाही में कंपनी को हुए 102.2 करोड़ रुपये के लॉस से काफी ज्यादा है। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू इस साल जून तिमाही में 33.3 फीसदी बढ़कर 847 करोड़ रुपये रहा।
अक्टूबर और नवंबर में कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ
फिजिक्सवाला के आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, जेपी मॉर्गन इंडिया, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज और एक्सिस कैपिटल शामिल हैं। यह आईपीओ ऐसे वक्त आ रहा है, जब आईपीओ मार्केट में काफी हलचल है। अक्तूबर और नवंबर में कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ आए हैं। इनमें एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा कैपिटल और ग्रो जैसे बड़े आईपीओ शामिल हैं।