Groww IPO: पहले दिन मिली 57% बोली, एंजेल वन और जीरोधा के मुकाबले ऐसी है सेहत

Groww IPO: ग्रो के आईपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों का शानदार क्रेज दिखा। ओवरऑल यह इश्यू आधे से थोड़ा अधिक ही भरा है लेकिन खुदरा निवेशकों का हिस्सा ओवरसब्सक्राइब हो गया। यहां ग्रो से जुड़ी अहम डिटेल्स पियर्स के मुकाबले दी जा रही है जैसे कि वित्तीय मोर्चे पर पियर्स के मुकाबले कितनी मजबूत है, यूजर्स ग्रोथ के मुकाबले में क्या स्थिति है और वैल्यूएशन कैसा है?

अपडेटेड Nov 05, 2025 पर 4:39 PM
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वित्त वर्ष 2025 में Groww के 1.29 करोड़ क्लाइंट रहे जोकि दिग्गज ब्रोकरेज फर्मों एंजेल वन के 76 लाख और मोतीलाल ओसवाल के 10 लाख एक्टिव क्लाइंट्स से काफी अधिक रहा।

Groww IPO: ऑनलाइन इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो का ₹6,632 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। इस इश्यू में 7 नवंबर तक पैसे लगा सकेंगे। ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलियनायर्स गैरेज वेंचर्स (Billionbrains Garage Ventures) के इस आईपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों का काफी क्रेज देखने को मिला। अभी तक यह इश्यू 0.57 गुना भर चुका है जिसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा तो 1.91 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इस इश्यू के तहत ₹1,060.00 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत भी शेयरों की बिक्री होगी।

यूजर ग्रोथ

वित्त वर्ष 2025 में ग्रो के 1.29 करोड़ क्लाइंट रहे जोकि दिग्गज ब्रोकरेज फर्मों एंजेल वन के 76 लाख और मोतीलाल ओसवाल के 10 लाख एक्टिव क्लाइंट्स से काफी अधिक रहा। ग्रो के एक्टिव क्लाइंट्स 35.5% की रफ्तार से बढ़े और यूजर ग्रोथ के मामले में यह काफी आगे रही क्योंकि एंजेल वन के मामले में यह आंकड़ा 24% और मोतीलाल ओसवाल के मामले में 15.4% रहा। वहीं वेल्थ मैनेजमेंट पियर्स 360 वन डब्ल्यूएएम, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवायजरी सर्विसेज की क्लाइंट ग्रोथ सुस्त रही या निगेटिव रही। हालांकि सबसे अधिक क्लाइंट्स होने का बावजूद इसका टोटल कस्टमर एसेट ₹2.16 लाख करोड़ रहा जबकि कम एक्टिव यूजर होने के बावजूद 360 वन डब्ल्यूएएम का टोटल कस्टमर एसेट ₹5.81 लाख करोड़ और मोतीलाल ओसवाल का ₹5.5 लाख करोड़ रहा।


कैसी है Groww की कारोबारी सेहत?

वित्त वर्ष 2025 में ग्रो को ₹3902 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू और ₹1824 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ था। एंजेल वन के ₹5,238 करोड़ और मोतीलाल ओसवाल के ₹8,339 करोड़ के रेवेन्यू के मुकाबले यह पिछड़ गई लेकिन 360 वन डब्ल्यूएएम और प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवायजरी सर्विसेज से आगे ही रही। हालांकि मुनाफे को लेकर बात करें तो ₹2508 करोड़ के शुद्ध मुनाफे के साथ पियर्स की तुलना में यह आगे निकल गई और 44.92% का सबसे अधिक प्रॉफिट मार्जिन रहा।

डिजिटल फर्स्ट कितनी आगे?

ग्रो के आरएचपी के मुताबिक वेल्थ मैनेजमेंट प्लेयर्स और बैंक-लेड ब्रोकर्स की तुलना में ग्रो, जीरोधा, एंजेल वन और अपस्टॉक्स जैसे डिजिटल फर्स्ट प्लेयर्स का रेवेन्यू अधिक स्पीड से बढ़ा। वित्त वर्ष 2022 से डिजिटल प्लेयर्स का रेवेन्यू सालाना आधार पर 60% की चक्रवृद्धि रफ्तार (CAGR) से बढ़ा जबकि वेल्थ मैनेजमेंट फर्म का 25% और बैंक-लेड ब्रोकर्स का 23% की रफ्तार से। वहीं प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर बात करें तो डिजिटल फर्स्ट प्लेयर्स का नेट प्रॉफिट मार्जिन करीब 32% रहा जबकि बैंक-लेड ब्रोकर्स के मामले में यह 32% और वेल्थ मैनेजमेंट प्लेयर्स के मामले में 29% रहा। इसके अलावा ग्रो के आरएचपी के मुताबिक डिजिटल फर्स्ट प्लेयर्स का वेटेड एवरेज यूजर ग्रोथ 28% रहा जोकि बैंक-लेड ब्रोकर्स के 2% ग्रोथ की तुलना में काफी अधिक रहा।

क्या आपको लगाने चाहिएए पैसे?

वित्त वर्ष 2023-25 के बीच ग्रो से जितने यूजर्स जुड़े, उसमें से 83% ऑर्गनिक रहे। प्रोडक्ट-लेड ग्रोथ और वर्ड-ऑफ माउथ रेफरल्स के दम पर इसने लो सीएसी (कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट) और हाई ऑपरेशनल लेवरेज हासिल किया है। इसके 81% यूजर टियर-2 और टियर-3 शहरों से हैं और 45% यूजर 30 साल से कम उम्र के हैं जोकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक देश के युवाओं के बीच गहरी पैठ को दिखाता है। अब वैल्यूएशन की बात करें तो अपर प्राइस बैंड के हिसाब से वित्त वर्ष 2025 की कमाई के मुकाबले यह 33.8 गुना भाव पर है यानी लिस्टिंग के बाद इसका मार्केट कैप ₹61,736 करोड़ हो जाएगा। कुछ ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि मौजूदा वैल्यूएशंस के हिसाब से आईपीओ फुल्ली प्राइस्ड है यानी कि लिस्टिंग पर मजबूत गेन की उम्मीद नहीं है। ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है।

सभी लिस्टेड पियर्स के बीच बात करें तो प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवायजरी सर्विसेज का वैल्यूएशन 54.08x है जो ग्रो के पियर्स के बीच सबसे अधिक है। बाकी लिस्टेड ब्रोकरेज फर्मों की बात करें तो 360 वन डब्ल्यूएएम का वैल्यूएशन 39.82x, मोतीलाल ओसवाल का 23.38x, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट का 25.63x और एंजेल वन का वैल्यूएशन 19.16x है। ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन के मुताबिक ₹100 के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से लिस्टिंग के बाद ग्रो का वैल्यूएशन 40.79x है जो पियर्स के मुकाबले महंगा दिख रहा है। ब्रोकरेज फर्म ने इस इश्यू को लॉन्ग टर्म के लिए न्यूट्रल रेटिंग दी है।

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