Travel Food Services IPO: भारत, मलेशिया और हॉन्ग कॉन्ग में एयरपोर्ट्स और हाईवेज पर ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंट्स (QSR) और लाउंज चलाने वाली ट्रैवल फूड सर्विसेज आईपीओ ला रही है। इसका ₹2000 करोड़ का इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 7 जुलाई को खुलेगा तो एंकर निवेशकों के लिए यह 4 जुलाई को खुलेगा। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयरों को लेकर फिलहाल कोई एक्टिविटी नहीं दिख रही है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
Travel Food Services IPO की डिटेल्स
ट्रैवल फूड सर्विसेज के ₹2,000.00 करोड़ के आईपीओ में ₹1045-₹1100 के प्राइस बैंड और 13 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। एंप्लॉयीज को हर शेयर पर ₹104 का डिस्काउंट मिलेगा। यह इश्यू 7 जुलाई को खुलेगा और 9 जुलाई को बंद होगा। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 10 जुलाई को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 14 जुलाई को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार एमयूएफजी इनटाइम (लिंक इनटाइम) है।
इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी होगा, सिर्फ ₹1 की फेस वैल्यू वाले 1,81,81,818 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। चूंकि इश्यू के तहत नए शेयर नहीं जारी हो रहे हैं तो कंपनी को आईपीओ का पैसा नहीं मिलेगा।
Travel Food Services के बारे में
वर्ष 2007 में बनी ट्रैवल फूड सर्विसेज इंडियन एयरपोर्ट ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (ट्रैवल क्यूएसआर) और लाउंज है। इसके एफएंडबी (फूड एंड बेवरेज) ब्रांड पोर्टफोलियो में 117 पार्टनर और इन-हाउस ब्रांड्स हैं। कंपनी के दावे के मुताबिक भारत में यह क्यूएसआर आउटलेट और एयरपोर्ट ट्रैवल क्यूएसआर का सबसे बड़ा नेटवर्क चला रही है। भारत में इसके 413 आउटलेट्स चल रहे हैं जिसमें से 384 तो एयरपोर्ट्स पर हैं और बाकी हाईवेज पर हैं।
जून 2024 तक की डिटेल्स के मुताबिक इसके ट्रैवल क्यूएसआर और लाउंज बिजनेस भारत के 14, मलेशिया के 3 एयरपोर्ट और हॉन्ग कॉन्ग के 1 एयरपोर्ट पर चल रहे हैं। इन तीनों देशों में इसके 37 लाउंज हैं जिसमें से 28 प्राइवेट एयरपोर्ट लाउंज भारत में हैं जिसके जरिए यह देश के 10 एयरपोर्ट पर सबसे बड़ा नेटवर्क चला रही है। भारत में इसका कारोबार दिल्ली एयरपोर्ट, मुंबई एयरपोर्ट, बेंगलुरु एयरपोर्ट, हैदराबाद एयरपोर्ट, कोलकाता एयरपोर्ट और चेन्नई एयरपोर्ट में चल रहा है। जून 2024 तक की डिटेल्स के मुताबिक दिल्ली एयरपोर्ट पर कंपनी 14 वर्षों से, मुंबई एयरपोर्ट पर 15 वर्षों से, बंगलुरु एयरपोर्ट पर 5 वर्षों से और चेन्नई एयरपोर्ट पर 11 वर्षों से है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹251.30 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹9.99 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹379.66 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 26% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,762.71 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।