सेबी ने स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एसएमई) के आईपीओ में निवेश को लेकर इनवेस्टर्स को सावधान किया है। दरअसल इन आईपीओ में प्रमोटर्स की तरफ से हेराफेरी की आशंका के अलावा चिंता की कुछ दूसरी वजहें भी हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय से एसएमई आईपीओ में निवेशकों की ज्यादा दिलचस्पी दिखी है। इसकी बड़ी वजह कई एसएमई आईपीओ की स्टॉक मार्केट में प्रीमियम पर लिस्टिंग और उसके बाद शेयरों में आई तेजी है। इससे वजह से फटाफट मुनाफे की लालच में निवेशक एसएमई आईपीओ में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
हर बिजनेस के साथ अलग रिस्क जुड़े होते हैं
अलग-अलग तरह के एसेट्स में निवेश के लिए अलग-अलग तरह की विशेषज्ञता जरूरी है। एसएमई आईपीओ (SME IPO) में निवेश से पहले उससे जुड़े रिस्क को समझ लेना जरूरी है। अगर स्टार्टअप (Startup) की बात करें तो निवेशकों को यह समझने की जरूरत है कि हर 10 में से सिर्फ एक स्टार्टअप कामयाब होता है। इसका मतलब यह है कि अगर आप किसी स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं तो उसके सफल होने की संभावना सिर्फ 10 फीसदी है। एसएमई के मामले में स्थिति थोड़ी बेहतर है।
करीब 7 फीसदी एसएमई वित्तीय मुश्किल का सामना करते हैं
एसएमई सेक्टर में सफलता के रेशियो के बारे में डेटा उपलब्ध नहीं है। लेकिन, बैंकिंग सेक्टर के डेटा से पता चलता है कि हर साल एसएमई को बैंकों की तरफ से दिया गया कर्ज नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) में बदल जाता है। इसका मतलब है कि हर 100 में से करीब 7 एसएमई हर साल वित्तीय मुश्किल में फंस जाते हैं। इसके मुकाबले बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों के जल्द मुश्किल में फंसने की आशंका कम होती है। इसलिए एसएमई के इश्यू में निवेश करने से पहले निवेशकों को संभावित रिटर्न से जुड़े रिस्क को समझने की जरूरत है।
ज्यादा रिस्क की वजह से शेयरों में डिस्काउंट पर ट्रेडिंग
एसएमई शेयरों से ज्यादा रिस्क जुड़ा है, जिससे बड़ी कंपनियों के शेयरों के मुकाबले उनके शेयरों में 30-40 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेडिंग होनी चाहिए। किसी एसएमई या स्टार्टअप में निवेश करने से पहले उसके बिजनेस से जुड़ी संभावनाओं को समझ लेना जरूरी है। किसी स्टार्टअप में निवेश करने से पहले निवेशक प्रमोटर्स के साथ कई दौर की बातचीत करते हैं। वे बिजनेस को बढ़ाने में मदद भी करते हैं। लेकिन, कई बात यह मदद एक तरह का हस्तक्षेप बन जाता है।
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बिजनेस को समझे बगैर निवेश करने से हो सकता है नुकसान
एसएमई के मामले में भी रिस्क काफी ज्यादा है। निवेश करने से पहले एसएमई के मैनेजमेंट, बिजनेस को लेकर उनके नॉलेज, उनकी वित्तीय स्थिति के बारे में जानकारी और बिजनेस स्ट्रेटेजी के बारे में जानना जरूरी है। इन चीजों की जांच के बाद ही निवेश से रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है। अगर आपने निवेश से पहले इन चीजों के बारे में जानकारी हासिल नहीं की है तो नतीजे आपके खिलाफ जा सकते हैं।