Standard Glass Lining IPO: फार्मा और केमिकल सेक्टर के लिए खास प्रकार के इक्विपमेंट बनाने वाली पांच सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग टेक्नोलॉजी का आईपीओ आने वाला है। 410 करोड़ रुपये के इस इश्यू के लिए प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है और इश्यू खुलने पर ₹133-₹140 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। यह इश्यू 6 जनवरी को खुलेगा। वहीं एंकर निवेशकों के लिए यह 3 जनवरी को खुल जाएगा। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयरों को लेकर फिलहाल कोई एक्टिविटी नहीं दिख रही है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
Standard Glass Lining IPO की डिटेल्स
स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग के ₹410.05 करोड़ के आईपीओ में ₹133-₹140 के प्राइस बैंड और 107 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। यह इश्यू 6 जनवरी को खुलेगा और 8 जनवरी को बंद होगा। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 9 जनवरी को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 13 जनवरी को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है। इस आईपीओ के तहत 210 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,42,89,367 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी।
ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 100 करोड़ रुपये से मशीनरी और इक्विपमेंट की खरीदारी होगी। 1300 करोड़ रुपये से कंपनी अपना और सब्सिडियरी एस2 इंजीनियरिंग इंडस्ट्री का कर्ज हल्का करेगी। 300 करोड़ रुपये को एस2 इंजीनियरिंग में कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों के लिए निवेश किया जाएगा। इसके अलावा 200 करोड़ रुपये का इस्तेमाल इनऑर्गेनिक ग्रोथ और बाकी पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Standard Glass Lining के बारे में
सितंबर 2012 में बनी स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग टेक्नोलॉजी फार्मा और केमिकल सेक्टर के लिए इंजीनियरिंग इक्विपमेंट बनाती है। यह डिजाइन, इंजीनियरिंग, मैनुफैक्चरिंग, एसेंबली, इंस्टॉलेशन और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स की सर्विसेज देती है। इसकी ग्राहक अरबिंदो फार्मा, नाटको फार्मा, पिरामल फार्मा और सुवेन फार्मा जैसी दिग्गज कंपनियां हैं। इसके 8 मैनुफैक्चरिंग यूनिट्स हैं और ये सभी तेलंगाना के हैदराबाद में हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 25.15 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 53.42 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 60.01 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 50 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 549.68 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 36.27 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 312.1 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।