Tenneco Clean IPO: कैसा है टेनेको क्लीन एयर इंडिया का आईपीओ, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
TCAIL अमेरिकी कंपनी Tenneco Inc की सब्सिडियरी है। यह इंडिया के बड़े ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स में शामिल हैं। यह तीन प्रमुख सेगमेंट में ऑपरेट करती है। इनमें क्लीन एयर सॉल्यूशंस, पावरट्रेन सॉल्यूशंस और एडवान्स्ड राइड टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। क्लीन एयर सॉल्यूशंस के तहत यह कंपनी कैटलिटिक कनवर्टर्स, मफलर्स और एग्जॉस्ट पाइप बनाती है
टेनेको क्लीन एयर इंडिया के 12 प्लांट्स है, जो 7 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हैं।
टेनेको क्लीन एयर इंडिया (टीसीएआईएल) का आईपीओ 12 नवंबर को खुल गया है। यह इश्यू 3,600 करोड़ रुपये का है। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है। इसका मतलब है कि कंपनी इश्यू में नए शेयर इश्यू नहीं करेगी। सिर्फ प्रमोटर्स अपने शेयर बेचेंगे। टेनेको मॉरीशस होल्डिंग्स कंपनी के 9,06,80,100 शेयर बेचेगी। उसकी टेनेको क्लीन एयर इंडिया में 22.47 फीसदी हिस्सेदारी है। इस इश्यू में 14 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है।
अमेरिकी कंपनी Tenneco Inc की सब्सिडियरी
TCAIL अमेरिकी कंपनी Tenneco Inc की सब्सिडियरी है। यह इंडिया के बड़े ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स में शामिल हैं। यह तीन प्रमुख सेगमेंट में ऑपरेट करती है। इनमें क्लीन एयर सॉल्यूशंस, पावरट्रेन सॉल्यूशंस और एडवान्स्ड राइड टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। क्लीन एयर सॉल्यूशंस के तहत यह कंपनी कैटलिटिक कनवर्टर्स, मफलर्स और एग्जॉस्ट पाइप बनाती है। इनके इस्तेमाल से एमिशन में कमी आती है और इंजन का परफॉर्मेंस बढ़ता है। रेगुलटरी स्टैंडर्ड्स के पालन में इनकी बड़ी भूमिका है। कंपनी Monroe ब्रांड के तहत शॉक ऑब्जर्वर्स, स्ट्रट्स और सस्पेंशन सिस्टम भी बनाती है।
7 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में 12 प्लांट्स
टेनेको क्लीन एयर इंडिया के 12 प्लांट्स है, जो 7 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हैं। कंपनी के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल पैसेंजर्स, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल व्हीकल्स में होता है। कई तरह के ऑटोमोटिव सेगमेंट्स में कंपनी मजबूत पोजीशन में है। यह इंडिया में कमर्शियल व्हीकल्स ओईएम को क्लीन एयर सॉल्यूशंस की सबसे बड़ी सप्लायर है। इसका मार्केट शेयर 57 फीसदी है। ऑफ-हाईवे (ट्रैक्टर्स छोड़कर) सेगमेंट में भी यह सबसे आगे है। इस सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर 68 फीसदी है।
पेरेंट कंपनी से कई तरह के फायदे मिलते हैं
TCAIL को अपनी पेरेंट कंपनी से कई तरह के फायदे मिलते हैं। इनमें ग्लोबल एक्सपर्टाइज, ब्रांड इक्विटी और ऑपरेशन एक्सिलेंस शामिल हैं। Tenneco Inc के 28 देशों में 100 से ज्यादा कस्टमर्स हैं। कंपनी के पास Monroe, Champion और Tenneco जैसे ब्रांड्स का इस्तेमाल करने का लाइसेंस है। इसके लिए टीसीएआईएल अपनी पेरेंट कंपनी को अपने ग्रॉस रेवेन्यू का 2.5 फीसदी रॉयल्टी के रूप में देती है।
नॉर्थ अमेरिका, यूरोप, एपीएसी और अफ्रीकी बाजारों को एक्सपोर्ट
TCAIL खुद को टेनेको ग्रुप के प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रही है। इसके तहत वह नॉर्थ अमेरिका, यूरोप, एपीएसी और अफ्रीकी बाजारों को एक्सपोर्ट करेगी। टेनेको यूरोप में टेनेको के कई प्लांट्स के लिए इंजन बेयरिंग्स का एक्सपोर्ट करती है। कंपनी ने वर्टिकल इंटिग्रेशन बढ़ाने का भी प्लान बनाया है। इसके लिए वह मैन्युफैक्चरिंग लाइंस विदेश से इंडिया रीलोकेट करना चाहती है।
मजबूत बैलेंसशीट और अच्छा कैश रिजर्व
टेनेको का ग्रॉस और ऑपरेटिंग मार्जिन प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के बराबर है। लेकिन, बैलेंसशीट के मामले में यह दूसरी कंपनियों से अलग दिखती है। इसके पास काफी अच्छा कैश रिजर्व है। रिटर्न रेशियो काफी अट्रैक्टिव है। पूंजी के इस्तेमाल में भी यह काफी अनुशासन बरतती है। कंपनी ने आईपीओ में शेयर का प्राइस बैंड 378-397 रुपये रखा है। प्राइस बैंड के ऊपरी लेवल पर FY25 की अर्निंग्स के आधार पर इसकी वैल्यूएशन 29 गुना आता है।
ईवी का इस्तेमाल बढ़ने से प्रोडक्ट्स की मांग घट सकती है
कंपनी को अपनी अमेरिकी पेरेंट कंपनी का सपोर्ट हासिल है। इसकी बैलेंसशीट अच्छी है। एक्सपोर्ट के लिए काफी संभावनाएं हैं। इंडियन मार्केट में मजबूत पोजीशन है। लेकिन, दुनियाभर में ऑटो इंडस्ट्री में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का इस्तेमाल बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में ट्रेडिशनल एग्जॉस्ट और आफ्टर ट्रीटमेंट सिस्टम्स की डिमांड में धीरे-धीरे कमी आ सकती है। लेकिन, इसमें काफी समय लगेगा।
इस बीच, टीसीएआईएल के पास बदलती स्थितियों के मुताबिक खुद को ढालने का पूरा मौका होगा। इसे देखते हुए यह आईपीओ लंबी अवधि के निवेश के लिहाज से अट्रैक्टिव लगता है। इनवेस्टर्स लिस्टिंग गेंस के लिए भी इस इश्यू में इनवेस्ट कर सकते हैं।