सुबा होटल्स का आईपीओ 29 सितंबर को खुलेगा। इसमें 1 अक्टूबर तक निवेश किया जा सकता है। कंपनी ने शेयरों के लिए 105-11 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। एंकर इनवेस्टर्स के लिए यह इश्यू 26 सितंबर को खुला था। कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से 21.29 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एंकर इनवेस्टर्स से इश्यू को अच्छा रिस्पॉन्स मिलने का असर ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों पर पड़ा है। कंपनी के शेयर एनएसई के एसएमई सेगमेंट में लिस्ट होंगे।
इस इश्यू में सिर्फ नए शेयर इश्यू करेगी कंपनी
Suba Hotles इश्यू में सिर्फ नए शेयर इश्यू करेगी। इस इश्यू में ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल नहीं होगा। कंपनी प्रत्योक 10 रुपये के 67,99,200 नए शेयर इश्यू करेगी। कंपनी आईपीओ से आए पैसे का इस्तेमाल पूंजीगत खर्च के लिए करेगी। कुछ पैसे का इस्तेमाल वह सामान्य कारोबारी जरूरतों के लिए भी करेगी। कंपनी एसेट-लाइट मॉडल पर ऑपरेट करती है।
कंपनी के पास देश के 50 शहरों में 88 होटल्स
कंपनी के पास अपनी प्रॉपर्टीज हैं। इसके अलावा इसने लीज पर भी प्रॉपर्टी ली है। यह फ्रैंचाइजी मॉडल पर भी सर्विसेज ऑफर करती है। अभी कंपनी के पास 88 होटल्स हैं, जिनमें कुल 4,096 रूम्स हैं। देश के 50 से ज्यादा शहरों में कंपनी के होटल्स हैं। कंपनी की 81 फीसदी प्रॉपर्टीज टियर-2 और टियर-3 शहरों में हैं। इस आईपीओ में 35 फीसदी शेयर रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हैं।
3 अक्टूबर को लिस्ट हो सकते हैं कंपनी के शेयर
कंपनी आईपीओ में शेयरों का आवंटन 3 अक्टूबर को कर सकती है। कंपनी के शेयर एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर 7 अक्टूबर को लिस्ट होंगे। इनवेस्टर्स को आईपीओ में निवेश करने के लिए कम से कम 2,400 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी। उसके बाद 1,200 शेयरों के मल्टीपल में बोली लगाई जा सकती है। सुबा होटल्स की शुरुआत अक्टूबर 1997 में हुई थी।
गिरावट जारी रही तो आईपीओ पर भी पड़ सकता है असर
यह इश्यू ऐसे वक्त आ रहा है, जब मार्केट का सेंटिमेंट्स काफी कमजोर है। मार्केट में कमजोर सेंटिमेंट का असर आईपीओ के सब्सक्रिप्शन से लेकर शेयरों की लिस्टिंग पर पड़ता है। हालांकि, सेकेंडरी मार्केट में गिरावट के बावजूद आईपीओ में इनवेस्टर्स की अच्छी दिलचस्पी देखने को मिली है। लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर मार्केट में गिरावट जारी रहती है तो इसका असर आईपीओ पर भी पड़ सकता है।