डेनमार्क की बहुराष्ट्रीय बीयर और बेवरेजेज कंपनी कार्ल्सबर्ग ए/एस ने आईपीओ की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। उसने सिटी और जेपी मॉर्गन को आईपीओ के लिए सलाहकार नियुक्त किया है। इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले 16 सितंबर को बताया था कि कार्ल्सबर्ग इंडिया में अपनी सब्सिडियरी को लिस्ट कराना चाहती है।
कुछ और इनवेस्टमेंट बैंकों की हो सकती है नियुक्ति
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया, "इस दिशा में काम शुरू हो गया है। सिटी और जेपी मॉर्गन की नियुक्ति हो चुकी है। बाद में कुछ और इनवेस्टमेंट बैंक सिंडिकेट में शामिल हो सकते हैं।" दो अन्य लोगों ने भी इस जानकारी की पुष्टि की। इस बारे में भेजे ईमेल के जवाब में Carlsberg A/S ने कहा, "एक सामान्य नियम के तहत कार्ल्सबर्ग अफवाहों और मार्केट में चल रहे अटकलों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देती है।"
FY24 में कार्ल्सबर्ग इंडिया का शानदार प्रदर्शन
सिटी और जेपी मॉर्गन ने भी इस बारे में कुछ बताने से इनकार कर दिए। कार्ल्सबर्ग इंडिया को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। डेनमार्क की बीयर कंपनी ऐसे वक्त आईपीओ लाने की कोशिश कर रही है, जब इंडिया में उसकी सब्सिडियरी का प्रदर्शन काफी अच्छा है। FY24 में कार्ल्सबर्ग इंडिया का रेवेन्यू 8,000 करोड़ रुपये के पार रहा। इस दौरान प्रॉफिट 60 फीसदी बढ़कर 323 करोड़ रुपये रहा। यह जानकारी पीटीआई की खबर पर आधारित है।
कंपनी के पोर्टफोलियो में कई लोकप्रिय ब्रांड
कार्ल्सबर्ग इंडिया के पोर्टफोलियो में कई ब्रांड्स शामिल हैं। इनमें Carlsberg Green, Carlsberg Elephant, Tuborg Green, Tuborg Strong और Tuborg Classic शामिल हैं। कार्ल्सबर्ग इंडिया के 7 ऑपरेशनल प्लांट इंडिया में हैं। इस कंपनी की प्रतियोगित किंगफिशर और स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध कंपनी यूनाइटेड ब्रुअरीज से है। यूनाइटेड ब्रुअरीज का मार्केट कैपिटलाइजेशन 47,776 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने गुरुग्राम में शुरू किया अपना जीसीसी
कार्ल्सगबर्ग ग्रुप ने भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए हाल में गुरुग्राम में अपना पहला आईटी ग्लोबल कपैबिलिटी सेंटर (GCC) शुरू किया है। कार्ल्सबर्ग ए/एस ने अपनी इंडियन सब्सिडियरी के बारे में 2024 की सालाना रिपोर्ट में कहा था, "इंडिया एक प्रमुख ग्रोथ मार्केट है। यह लॉन्गटर्म में पॉजिटिव आउटलुक वाला एक शानदार बीयर मार्केट है।"
इंडिया में लिस्टिंग में बढ़ी एमएनसी की दिलचस्पी
उसने सालाना रिपोर्ट में बताया था, "हमने पहली बार 2007 में इंडिया में एंट्री की और तब से एक अट्रैक्टिव बिजनेस खड़ा किया है। आज हम मार्केट में दूसरे पायदान पर हैं। हमारी बाजार हिस्सेदारी करीब 21 फीसदी है।" इस रिपोर्ट में इंडिया और नेपाल मार्केट्स से जुड़े ऑपरेशन के कंसॉलिडेशन की बात भी कही गई थी। पिछले साल यह कंसॉलिडेशन पूरा हो गया है। कार्ल्सबर्ग इंडिया का आईपीओ भारत में लिस्टिंग में बहुराष्ट्रीय कंपनियों की बढ़ती दिलचस्पी का संकेत है।