Tata Capital IPO: ₹15000 करोड़ के इश्यू के लिए 10 इनवेस्टमेंट बैंक फाइनल, कॉन्फिडेंशियल रूट से फाइल कर सकती है ड्राफ्ट

Tata Capital IPO: टाटा कैपिटल के IPO में नए शेयरों के साथ-साथ प्रमोटर्स और मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से ऑफर फॉर सेल भी होगा। IPO में प्रमोटर टाटा संस और निवेशक IFC अपनी हिस्सेदारी कम कर सकते हैं। टाटा संस के पास टाटा कैपिटल में 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है

अपडेटेड Mar 21, 2025 पर 3:56 PM
Story continues below Advertisement
Tata Capital टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सब्सिडियरी है।

Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप ने अपनी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी टाटा कैपिटल के 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के IPO के लिए 10 इनवेस्टमेंट बैंकों को फाइनल किया है। यह बात मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वालों से पता चली है। टाटा कैपिटल एक एनबीएफसी है और टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सब्सिडियरी है। सोर्सेज में से एक ने कहा, "कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेपी मॉर्गन, एक्सिस कैपिटल, ICICI सिक्योरिटीज, HSBC सिक्योरिटीज, IIFL कैपिटल, BNP पारिबा, SBI कैपिटल और HDFC Bank को इस बड़े सौदे के लिए इनवेस्टमेंट बैंकों के तौर पर नियुक्त किया गया है।"

एक व्यक्ति ने कहा कि टाटा कैपिटल गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट के माध्यम से मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत तक ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर सकती है। यह रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। अगर जरूरी हो तो वे बाद में बाजार की स्थितियों के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किए बिना ड्राफ्ट को वापस भी ले सकती हैं। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग कंपनियों को सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से। दूसरी ओर स्टैंडर्ड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) फाइलिंग के बाद एक पब्लिक डॉक्युमेंट बन जाता है।

टाटा संस और निवेशक IFC कम कर सकते हैं हिस्सेदारी


एक अन्य व्यक्ति ने मनीकंट्रोल को बताया कि IPO में प्रमोटर टाटा संस और निवेशक IFC अपनी हिस्सेदारी कम कर सकते हैं। टाटा कैपिटल के IPO में नए शेयरों के साथ-साथ प्रमोटर्स और कुछ मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से OFS (Offer for Sale) भी होगा। टाटा कैपिटल को IPO के लिए अपने बोर्ड की मंजूरी इस साल फरवरी में मिली थी। IPO के तहत 2.3 करोड़ नए शेयर जारी किए जाने की बात कही गई है।

Grand Continent Hotels IPO: खुल गया आईपीओ, निवेश करना चाहिए या नहीं, पहले जानिए प्राइस बैंड और लिस्टिंग डेट

अपर लेयर NBFC है टाटा कैपिटल

टाटा संस के पास टाटा कैपिटल में 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा कैपिटल को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से अपर लेयर NBFC (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) का दर्जा दिया गया है। RBI के आदेश के अनुसार, अपर लेयर NBFC के लिए यह मान्यता मिलने के 3 साल के अंदर शेयर बाजारों में लिस्ट होना जरूरी है। टाटा कैपिटल को सितंबर, 2022 में अपर लेयर NBFC के रूप में क्लासिफाई किया गया था।

Ritika Singh

Ritika Singh

Tags: #IPO

First Published: Mar 21, 2025 3:36 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।