इनवेस्टर रॉनी स्क्रूवाला ने कहा, Edtech सेगमेंट में IPO की भीड़ चिंता की बात

इनवेस्टर और आंत्रप्रेन्योर रॉनी स्क्रूवाला (Ronnie Screwvala) का कहना है कि एडटेक स्टार्टअप्स द्वारा IPO लाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जो चिंताजनक है। उनका कहना है कि कई कंपनियां IPO को आसानी से पूंजी जुटाने का जरिया मान रही हैं, जो कई मायनों में सही नहीं है। स्क्रूवाला ऑनलाइन लर्निंग यूनिकॉर्न अपग्रेड (upGrad) के को-फाउंडर और चेयरपर्सन हैं

अपडेटेड Feb 07, 2025 पर 5:42 PM
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स्क्रूवाला ने ऐसी कई स्टार्टअप्स के लिए आगे की राह मुश्किल बताई है, जो पहले ही लिस्ट हो चुकी हैं या अगले 18 महीनों में उनकी लिस्टिंग होनी है।

इनवेस्टर और आंत्रप्रेन्योर रॉनी स्क्रूवाला (Ronnie Screwvala) का कहना है कि एडटेक स्टार्टअप्स द्वारा IPO लाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जो चिंताजनक है। उनका कहना है कि कई कंपनियां IPO को आसानी से पूंजी जुटाने का जरिया मान रही हैं, जो कई मायनों में सही नहीं है। स्क्रूवाला ऑनलाइन लर्निंग यूनिकॉर्न अपग्रेड (upGrad) के को-फाउंडर और चेयरपर्सन हैं।

स्क्रूवाला ने मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में कहा, 'एडटेक सेगमेंट में कुछ लोगों का मानना है कि यह पूंजी जुटाने का आसान जरिया है। वे छोटे पैमाने पर भी लिस्ट होना चाहती हैं, लेकिन यह सही समय नहीं होता है। खास तौर पर ऐसे सेक्टर में जो अभी परिपक्व होने की प्रक्रिया में है।'

स्क्रूवाला की चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) और इरूडिट्स (Eruditus) जैसी एडटेक यूनिकॉर्न पब्लिक लिस्टिंग जैसे विकल्प आजमाने की तैयारी में हैं। फिजिक्सवाला जहां इस प्रक्रिया में आगे बढ़ रही है, जबकि इरूडिट्स अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत लाने का फैसला किया है, जो कंपनी द्वारा IPO लाने की तरफ संकेत करता है। हालांकि, इसके लिए कोई ठोस समयसीमा तय नहीं की गई है।


स्क्रूवाला ने ऐसी कई स्टार्टअप्स के लिए आगे की राह मुश्किल बताई है, जो पहले ही लिस्ट हो चुकी हैं या अगले 18 महीनों में उनकी लिस्टिंग होनी है। उन्होंने कहा, ‘न्यू इकोनॉमी वाली कम से कम ऐसी 50 पर्सेंट कंपनियां जो पिछले साल लिस्ट हुई हैं या अगले 1-1.5 साल में लिस्ट होने वाली हैं, वे IPO प्राइस से कम कोट करेंगी।’

स्क्रूवाला का कहना है कि एडुटेक सेक्टर को लेकर अभी भी इमेज बहुत अच्छी नहीं है। इसकी वजह इस इंडस्ट्री के कुछ बड़े खिलाड़ियों को पेश आ रही दिक्कत है। हालांकि, स्क्रूवाला को उम्मीद है लॉन्ग टर्म में इस सेक्टर में चीजें बेहतर होंगी। उनका कहना था कि अपग्रेड (upGrad) ने अगले दशक में 35-40 पर्सेंट सीएजीआर ग्रोथ का टारगेट तय किया है। कंपनी का सालाना रेवेन्यू फिलहाल 2,400 करोड़ रुपये है।

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First Published: Feb 07, 2025 5:42 PM

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