यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ से 800 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बना रही है। कंपनी ने सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस फाइल कर दिया है। कंपनी आईपीओ में करीब 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी, जबकि 400 करोड़ रुपये के शेयर प्रमोटर्स ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए बेचेंगे। यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स नोएडा की कंपनी है।
कंपनी का बिजनेस दो सेगमेंट में बंटा है
UKB Electronics प्री-आईपीओ राउंड में 80 करोड़ रुपये तक जुटाने के बारे में सोच रही है। यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स का बिजनेस दो सगमेंट में बंटा है। पहला होम अप्लायंसेज और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स है। दूसरा स्ट्रेटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स है, जिसके तहत कंपनी बड़े ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEM) को सेवाएं देती है। इनमें LG Electronics India, Panasonic Appliances India, Carrier Midea India और Haier Appliances India जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
होम अप्लायंसेज और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स से ज्यादा रेवेन्यू
होम अप्लायंसेज और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट का कंपनी के टोटल बिजनेस में 94.5 फीसदी योगदान है। यह बिजनेस प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग की पूरी लाइफ साइकिल को कवर करता है। इसमें माउल्ड डिजाइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग ऑफ प्रिंटेड सर्किट बोर्ड, ब्रास कंपोनेंट्स, प्रोडक्ट एसेंबली लाइन और टेस्टिंग फैसिलिटीज आती हैं। स्ट्रेटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स डिविजन की कंपनी के कुल रेवेन्यू में 5.5 फीसदी हिस्सेदारी है।
आईपीओ के पैसे से कर्ज चुकाने का प्लान
यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ से आने वाले पैसे में से 221.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपने कुछ कर्ज चुकाने के लिए करेगी। 80.6 करोड़ रुपये का इस्तेमाल प्लांट और मशीनरी पर करेगी। बाकी पैसे का इस्तेमाल कंपनी सामान्य कारोबारी जरूरतों के लिए करेगी। जून 2025 में कंपनी पर कुल 330.8 करोड़ रुपये का कर्ज था। यह जानकारी कंपनी के ड्राफ्ट डॉक्युमेंट में शामिल है, जिसे इसने 1 सितंबर को फाइल किया था।
FY25 में 46 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट
यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स का मुकाबला Kaynes Technology, Avalon Technologies, Dixon Technologies, PG Electroplast और Amber Enterprises से है। इस साल मार्च में खत्म फाइनेंशियल ईयर में यूकेबी इलेक्ट्रॉनिक्स ने 46 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था। यह एक साल पहले के 26.7 करोड़ रुपये के प्रॉफिट से 72 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 35.9 फीसदी बढ़कर 787.3 करोड़ रुपये हो गया। इससे एक साल पहले कंपनी का रेवेन्यू 579.4 करोड़ रुपये था। कंपनी ने आईपीओ के लिए मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स और IIFL कैपिटल सर्विसेज को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया है।