WeWork India IPO: वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट लिमिटेड के आईपीओ को SEBI से मंजूरी मिल गई है। कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, यह IPO पूरी तरह से 4.37 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा। यानी कंपनी अपने आईपीओ में कोई नया शेयर जारी नहीं करेगी। OFS में एम्बेसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के 3.3 करोड़ शेयर और एरियल वे टेनेंट एलएलपी के 1.03 करोड़ शेयर शामिल होंगे। इस IPO के तहत कंपनी वीवर्क इंडिया को कोई पैसे नहीं मिलेंगे। बल्कि पूरी राशि मौजूदा शेयरधारकों को जाएगी।
WeWork India के आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जेफरीज इंडिया, कोटक महिंद्रा कैपिटल और 360 वन डब्ल्यूएएम बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होंगे।
अब जानिए कंपनी के बारे में?
वीवर्क इंडिया देश में वैश्विक वीवर्क ब्रांड का लाइसेंसधारी एजेंसी है। कंपनी ने इस साल फरवरी में अपने ड्राफ्ट IPO दस्तावेज दाखिल किए थे। कंपनी यूएस बेस्ड शेयर्ड वर्कस्पेस उपलब्ध कराने वाली की भारत में फ्रेंचाइजी है। SEBI ने मार्च में इस IPO को अस्थायी रूप से रोक लगा दिया था, लेकिन बाद में अस्थायी रोक हटाने के बाद इसे जुलाई के पहले सप्ताह में मंजूरी मिल गई।
कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में अमेजन वेब सर्विसेज, जेपी मॉर्गन, वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी, ड्यूश टेलीकॉम और ग्रांट थॉर्नटन शामिल है। DRHP के अनुसार, वीवर्क इंडिया का वैश्विक ब्रांड के साथ जुड़ाव और एम्बेसी ग्रुप का समर्थन लंबी अवधि के किरायेदारों को आकर्षित करने में सहायक रहा है। CBRE डेटा के अनुसार, एम्बेसी ग्रुप ने 85 मिलियन वर्ग फुट से अधिक वाणिज्यिक रियल एस्टेट डेवलप किया है। एम्बेसी ऑफिस पार्क्स REIT को प्रायोजित करता है, जो लीज योग्य क्षेत्र के हिसाब से भारत का पहला और एशिया का सबसे बड़ा ऑफिस REIT है।
बेंगलुरु की एम्बेसी ग्रुप का है बड़ा स्टेक
जीतू वीरवानी और उनके बेटे करण वीरवानी के निवेश वाली बेंगलुरु बेस्ड रियल एस्टेट ग्रुप एम्बेसी का वीवर्क इंडिया में बड़ा स्टेक है। करण वीरवानी कंपनी के CEO भी हैं। 30 सितंबर, 2024 तक, वीवर्क इंडिया के पास 59 ऑपरेशनल सेंटरों में 94,440 डेस्क का पोर्टफोलियो था, जिसका कुल लीज योग्य क्षेत्र 6.48 मिलियन वर्ग फुट था।