Top 10 Worst IPO of 2025: इस साल के 10 सबसे बुरे आईपीओ, निवेशकों का डूबा पैसा, आपको भी लगा झटका?
IPO Performance in 2025: इस साल कई ऐसे आईपीओ आए, जिनकी लिस्टिंग फ्लैट रही या रेड जोन में हुई तो कुछ ऐसे भी रहे जिनकी एंट्री मजबूत रही लेकिन अब आईपीओ निवेशक घाटे में हैं। यहां इस साल 2025 में सबसे खराब परफॉर्म करने वाले 10 आईपीओ के बारे में जानकारी दी जा रही है जिनमें से कई तो लिस्टिंग के बाद धड़ाम हुए है
इस साल का सबसे बुरा आईपीओ ग्लोटिस का साबित हुआ। यह स्टॉक अपने इश्यू प्राइस ₹129 प्रति शेयर से करीब 35% नीचे लिस्ट हुआ और अब तक लगभग 45% गिर चुका है।
IPO Performance in 2025: यह साल 2025 प्राइमरी मार्केट यानी आईपीओ मार्केट के लिए धमाकेदार साबित हुआ है। इस साल अब तक 90 से अधिक आईपीओ के जरिए कंपनियों ने रिकॉर्ड ₹1.5 लाख करोड़ जुटाए। हालांकि अधिकतर लिस्टिंग निवेशकों को प्रभावित करने में नाकाम रही और कई की एंट्री तो फ्लैट ही हुई या रेड जोन में शुरुआत हुई। कुछ ऐसे भी स्टॉक रहे जिनकी एंट्री मजबूत रही लेकिन अब आईपीओ निवेशक घाटे में हैं। यहां इस साल 2025 में सबसे खराब परफॉर्म करने वाले 10 आईपीओ के बारे में जानकारी दी जा रही है जिनमें से कई तो लिस्टिंग के बाद धड़ाम हुए हैं।
Glottis
इस साल का सबसे बुरा आईपीओ ग्लोटिस का साबित हुआ। यह स्टॉक अपने इश्यू प्राइस ₹129 प्रति शेयर से करीब 35% नीचे लिस्ट हुआ और अब तक लगभग 45% गिर चुका है। अक्टूबर महीने में खुला इसका ₹300 करोड़ का आईपीओ 2 गुना सब्सक्राइब हुआ था। यह कंपनी मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स सर्विसेज देती है। FY25 में इसका मुनाफा सालाना आधार पर 81.4% बढ़कर ₹56.1 करोड़ और रेवेन्यू 89.3% बढ़कर ₹941.2 करोड़ पर पहुंच गया।
Gem Aromatics
इस साल का दूसरा सबसे खराब आईपीओ जेम ऐरोमैटिक्स का साबित हुआ। अगस्त में यह सिर्फ 2% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ, लेकिन अब यह अपने इश्यू प्राइस ₹325 से 35% नीचे चला गया है। इसका ₹450 करोड़ का आईपीओ 30 गुना भरा था। यह कंपनी एसेंशियल ऑयल्स और एरोमा केमिकल्स बनाती है, जिसका इस्तेमाल ओरल केयर, कॉस्मेटिक्स, न्यूट्रास्यूटिकल्स और फार्मास्यूटिकल्स में होता है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू 11.4% बढ़कर ₹503.95 करोड़ और मुनाफा 6.5% बढ़कर ₹53.38 करोड़ पर पहुंच गया।
Om Freight Forwarders
थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनी ओम फ्रेट के शेयरों की लिस्टिंग 33% डिस्काउंट पर हुई। इसका ₹122.31 करोड़ का IPO 3.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू ₹494.05 करोड़ और शुद्ध मुनाफा ₹21.99 करोड़ था।
BMW Ventures
बीएमडब्ल्यू वेंचर्स के ₹232 करोड़ के आईपीओ के तहत जारी ₹99 के शेयर 29% डिस्काउंट पर लिस्ट हुए और अब आईपीओ प्राइस से 33% नीचे आ चुके हैं। इसका आईपीओ 1.5 गुना सब्सक्राइब हुआ था। यह कंपनी स्टील प्रोडक्ट्स, ट्रैक्टर इंजन और PVC पाइप्स के ट्रेडिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू 6% बढ़कर ₹2,062 करोड़ और मुनाफा 10% बढ़कर ₹32.8 करोड़ पर पहुंच गया।
VMS TMT
थर्मो-मैकेनिकल ट्रीटेड बार बनाने वाली वीएमस टीएमटी के शेयरों की लिस्टिंग 4% डिस्काउंट पर हुई और अब यह 32% नीचे आ चुका है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर ₹770.19 करोड़ से बढ़कर ₹872.96 करोड़ और मुनाफा ₹13.47 करोड़ से बढ़कर ₹14.74 करोड़ पर पहुंच गया।
Jaro Institute of Technology
एडुटेक कंपनी जारो इंस्टीट्यूट का ₹890 का शेयर 16% डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ और अब तक यह 30% गिर चुका है। सितंबर में आया इसका ₹450 करोड़ का आईपीओ 22 गुना सब्सक्राइब हुआ था। यह कंपनी आईआईटी, आईआईएम और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ मिलकर 260 से अधिक हायर एडुकेशन और मैनेजमेंट प्रोग्राम चलाती है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर ₹199 करोड़ से बढ़कर ₹252.3 करोड़ और मुनाफा ₹38 करोड़ से बढ़कर ₹52 करोड़ पर पहुंच गया।
Dev Accelerator
देवएक्स नाम से को-वर्किंग स्पेस चलाने वाली देव एक्सीलेरेटर का ₹61 का शेयर 5% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था और अब यह इश्यू प्राइस से 27% नीचे आ चुका है। इसका ₹144 करोड़ का इश्यू 64 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ था। वित्त वर्ष 2025 में इसकी टोटल इनकम सालाना आधार पर 61% बढ़कर ₹179 करोड़ और शुद्ध मुनाफा ₹43 लाख बढ़कर ₹1.74 करोड़ पर पहुंच गई।
Laxmi Dental
इस साल सबसे अधिक सब्सक्राइब होने वाले इश्यू में शुमार लक्ष्मी डेंटल का शेयर जनवरी में 28% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था लेकिन अब यह ₹428 के इश्यू प्राइस से 27% नीचे आ चुका है। इसका ₹700 करोड़ का इश्यू 114 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वित्त वर्ष 2022 से वित्त वर्ष 2025 FY25 के बीच कंपनी का रेवेन्यू ₹140 करोड़ से बढ़कर ₹240 करोड़ पर पहुंच गया।
Arisinfra Solutions
₹500 करोड़ के आईपीओ तहत एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस के शेयर ₹222 के भाव पर जारी हुए थे और 21% डिस्काउंट पर एंट्री हुई थी। अभी भी यह 26% डाउसाइड बना हुआ है। कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स को लेकर बी2बी प्लेटफॉर्म चलाने वाली इस कंपनी का आईपीओ जून में खुला था और 2.3 गुना भरा था। वित्त वर्ष 2025 के शुरुआती नौ महीने में इसका ₹546.52 करोड़ रहा, जो FY24 के ₹696.84 करोड़ से कम है तो नेट प्रॉफिट ₹6.52 करोड़ रहा, जबकि FY24 में यह ₹17.29 करोड़ का घाटे में थी।
Capital Infra Trust
जनवरी महीने में फ्लैट लिस्ट हुए कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट के शेयर फिलहाल आईपीओ प्राइस ₹99 से 21% से अधिक नीचे हैं। Gawar Construction के ₹1,578 करोड़ के इंफ्रा इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) का फोकस सड़क और हाईवे एसेट्स पर है। जून तिमाही में इसका शुद्ध घाटा तिमाही आधार पर ₹37.31 करोड़ से बढ़कर ₹73.72 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन इस दौरान रेवेन्यू भी ₹159.06 करोड़ से बढ़कर ₹188.69 करोड़ पर पहुंच गया
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।