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WeWork India IPO: दूसरे दिन सिर्फ 8% मिला सब्सक्रिप्शन, क्या आपको पैसा लगाना चाहिए? एक्सपर्ट्स से जानिए

WeWork India IPO: इसका प्राइस बैंड ₹615 से ₹648 प्रति शेयर तय किया गया है। यह आईपीओ 3 अक्टूबर से शुरू हुआ है और 7 अक्टूबर को बंद होगा। निवेशक कम से कम 23 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए ₹14,904 का निवेश करना होगा

अपडेटेड Oct 06, 2025 पर 4:10 PM
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WeWork के शेयरों की लिस्टिंग 10 अक्टूबर को होनी है

WeWork India IPO: को-वर्किंग स्पेस प्रोवाइड कराने वाली कंपनी WeWork India के IPO को दूसरे दिन, 6 अक्टूबर भी निवेशकों का ठंडा रिस्पांस मिला है। ₹3,000 करोड़ का यह IPO अब तक केवल 8% ही सब्सक्राइब हो पाया है। NSE पर दोपहर 1:30 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी ने 2.55 करोड़ शेयरों के मुकाबले केवल 21.5 लाख से अधिक शेयरों के लिए बोलियां मिली है। हालांकि, कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा पूरी तरह से भर गया है, जो एक पॉजिटिव संकेत है।

किस कैटेगरी में कितना सब्सक्रिप्शन?

  • कर्मचारी के रिजर्व हिस्सा: 100%
  • रिटेल कोटा: 32%
  • गैर-संस्थागत निवेशक(NII): 5%
  • योग्य संस्थागत खरीदार (QIB): 2%

IPO की पूरी डिटेल्स


WeWork India का यह IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। यानी इससे जुटाए गए ₹3,000 करोड़ की पूरी रकम बेचने वाले शेयरधारकों को मिलेगी, कंपनी के पास नहीं जाएगी। इसका प्राइस बैंड ₹615 से ₹648 प्रति शेयर तय किया गया है। यह आईपीओ 3 अक्टूबर से शुरू हुआ है और 7 अक्टूबर को बंद होगा। निवेशक कम से कम 23 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए ₹14,904 का निवेश जरूरी है। शेयरों की लिस्टिंग 10 अक्टूबर को होने की संभावना है।

निवेशकों के लिए क्या है एनालिस्ट्स की राय?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म्स ने WeWork India के इश्यू पर सतर्क रुख अपनाने की सलाह दी है। एंजेल वन ने इस IPO को 'Neutral' रेटिंग दी है। ब्रोकर का कहना है कि ₹648 के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन 67.75x के P/E पर काफी प्रीमियम है। कंपनी भले ही कंपनी मुनाफे में है और फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस सेक्टर बढ़ रहा है, लेकिन उच्च फिक्स्ड कॉस्ट, रेवेन्यू का कुछ ही ग्राहकों पर केंद्रित होना और बाजार जोखिम के कारण मुनाफा की गारंटी नहीं है।

ऐसे ही HDFC सिक्योरिटीज ने माना है कि WeWork भारत में प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस में एक प्रमुख ऑपरेटर है। हालांकि, IPO का पूरी तरह से OFS होना, कुछ तिमाहियों में नेट लॉस होना और प्रमुख मकान मालिकों को खोने की संभावना जैसे मुद्दे बड़ी चिंता का विषय हैं। कुल मिलाकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि WeWork India एक तेजी से बढ़ते सेक्टर में लीडर है, लेकिन IPO का पूरी तरह से OFS होना और हाई वैल्यूएशन निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ा रहा है। अगर आप लंबे समय के लिए इस सेक्टर की ग्रोथ पर भरोसा करते हैं, तभी निवेश का विचार करें। अन्यथा, सतर्कता बरतना बेहतर होगा।

कितना है ग्रे मार्केटस प्रीमियम?

अनलिस्टेड मार्केट पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक, WeWork India के आईपीओ की लिस्टिंग सपाट हो सकती है। Investorgain के डेटा के अनुसार, कंपनी के शेयर IPO प्राइस पर ही ट्रेड कर रहे हैं, यानी GMP शून्य है। यह संकेत देता है कि लिस्टिंग पर कोई बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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