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अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में झारखंड कांग्रेस प्रमुख तलब, तेलंगाना CM की वकील दिल्ली पुलिस के सामने हुईं पेश

Amit Shah Deepfake Video Case: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण से जुड़ा फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की वकील बुधवार को राजधानी स्थित दिल्ली पुलिस के समक्ष पेश हुईं। वहीं, गुजरात पुलिस ने मामले में कांग्रेस के एक नेता और आम आदमी पार्टी (AAP) के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया है

अपडेटेड May 01, 2024 पर 4:18 PM
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Amit Shah Deepfake Video Case: झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष को 2 मई को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है

Amit Shah Deepfake Video Case: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर को CrPC की धारा 91 के तहत नोटिस जारी किया है। ठाकुर को 2 मई को स्पेशल सेल के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। उन्हें 2 मई को सुबह 10.30 बजे दिल्ली पुलिस के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है। राजेश ठाकुर को अपना मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण साथ लाने को कहा गया है।

तेलंगाना CM की वकील की दिल्ली पुलिस के सामने पेशी

अमित शाह के भाषण से जुड़ा फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की वकील बुधवार को राजधानी स्थित दिल्ली पुलिस के समक्ष पेश हुईं। वीडियो कथित तौर पर रेड्डी के X हैंडल द्वारा साझा किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Crpc) की धारा 160/91 के तहत नोटिस दिया था।


रेड्डी की वकील सौम्या गुप्ता ने मीडिया को बताया कि जिस हैंडल से वीडियो साझा किया गया वह हैंडल रेड्डी का नहीं है। गुप्ता ने द्वारका में दिल्ली पुलिस के जांच अधिकारी से मुलाकात के बाद कहा, "वह सोशल मीडिया हैंडल तेलंगाना के मुख्यमंत्री का नहीं है।"

एक पुलिस सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि अगर किसी व्यक्ति को सीआरपीसी की धारा 160/91 के तहत नोटिस दिया जाता है, तो वह व्यक्ति या जांच अधिकारी के सामने स्वयं उपस्थित हो सकता है या कानूनी प्रतिनिधि भेज सकता है।

कांग्रेस और AAP के दो नेता गिरफ्तार

गुजरात पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री का फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप में कांग्रेस के एक नेता और आम आदमी पार्टी (AAP) के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया है। इस फर्जी वीडियो में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता शाह कथित तौर पर अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण अधिकारों को खत्म करने की घोषणा करते नजर आ रहे हैं।

पुलिस ने एक बयान में कहा कि अहमदाबाद साइबर साइबर क्राइम सेल ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान बनासकांठा के पालनपुर निवासी सतीश वंसोला और दाहोद जिले के लिमखेड़ा शहर से राकेश बारिया के रूप में हुई है। इसमें कहा गया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वंसोला पिछले 6 वर्षों से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी के निजी सहायक (PA) के रूप में काम कर रहे हैं, जबकि बारिया पिछले 4 साल से AAP की दाहोद इकाई के अध्यक्ष हैं।

दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले वंसोला बनासकांठा जिला कांग्रेस के महासचिव भी हैं। वंसोला की गिरफ्तारी के बाद मेवाणी ने कहा कि बनासकांठा और पाटन लोकसभा सीटों के दलित मतदान के दौरान इस कार्रवाई को ध्यान में रखेंगे।

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कांग्रेस नेता मेवाणी ने कहा, "सतीश सिर्फ मेरे PA नहीं हैं, वह मेरे भाई जैसे हैं। BJP का आईटी सेल लंबे समय से फर्जी वीडियो फैला रहा है लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाय सतीश जैसे एक आम आदमी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने गलती से यह वीडियो साझा किया था।"

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