Loksabha Election Bihar Phase 6: लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान कल यानी 25 मई को होना है। इस चरण में बिहार की 40 में से 8 सीटों पर मतदान होगा। इस बार कुछ सीटें ऐसी हैं, जिनमें साख का सवाल है जैसे गोपालगंज जो लालू यादव और तेजस्वी यादव का गृह जिला है। वहीं एक सीट पर दोनों गठबंधन-एनडीए और इंडिया के उम्मीदवार महिलाएं हैं। एक सीट ऐसी है जहां से देश के पूर्व प्रधानमंत्री रिकॉर्ड मतों से जीत चुके हैं। कुल मिलाकर बिहार के छठे चरण का चुनाव हाई वोल्टेज वाला है।
वाल्मीकि नगर के संसदीय क्षेत्र में राजद के दीपक यादव और जदयू के सुनील कुमार आमने-सामने हैं। बागी प्रत्याशियों में दोनों ही प्रमुख गठबंधनों के उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रवेश मिश्रा और तक बीजेपी में रहने वाले दिनेश अग्रवाल ने इस बार निर्दलीय पर्चा भरा है।
पश्चिम चंपारण के संसदीय मैदान में कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी की भिड़ंत बीजेपी के संजय जायसवाल के बीच है। दोनों ही पार्टियों का इस क्षेत्र में बड़ा प्रभाव है तो लड़ाई यहां सीधी नहीं रहने वाली है। यहां हार-जीत का फैसला स्थानीय मुद्दों, कैंडिडेट की अपनी छवि और कैंपेन स्ट्रैटेजी जैसे कुछ कारकों पर निर्भर करेगी। संजय जायसवाल लगातार तीन बार लगातार यहां से सांसद हैं। यह सीट 2008 में बनी थी।
पूर्वी चंपारन से मुख्य लड़ाई बीजेपी के राधा मोहन सिंह और वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के राजेश कुशवाहा के बीच है। दोनों ही उम्मीदवार अपने एजेंडे और स्थानीय मुद्दों को संबोधित करते अपनी जीत का रास्ता तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। छह बार सांसद रह चुके राधा मोहन सिंह इस संसदीय सीट से चौथी बार जीतने की कोशिश में हैं। परिसीमन के बाद यह सीट 2008 में बनी थी और उसके बाद 2009 के चुनाव से वह लगातार यहां से सांसद हैं।
शिवहर से राजद और जदयू, दोनों ने महिलाओं को मैदान में उतारा है। राजद से रितु जायसवाल मैदान में हैं तो जदयू से लवली आनंद। लवली आनंद बाहुबली नेता आनंदमोहन सिंह की पत्नी हैं जो आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में 16 साल जेल में रहे हैं तो दूसरी तरफ रितु के पति अरुण कुमार आईएएस अफसर रहे हैं जो वीआरएस ले चुके हैं।
वैशाली से राजद उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला और चिराग पासवान की लोजपा की वीना देवी के बीच मुकाबला है। यहां पिछले दो चुनाव से राजपूत उम्मीदवार के बीच ही मुख्य लड़ाई रही है लेकिन इस बार मुन्ना शुक्ला के आने से समीकरण थोड़े बदल गए हैं। हालांकि इस सीट पर राजपूत और यादव वोटर्स का दबदबा है लेकिन मुस्लिम और भूमिहार गेम चेंजर साबित हो सकते हैं।
गोपालगंज संसदीय सीट से एक बार जदयू ने आलोक कुमार सुमन को उतारा है। उनके सामने वीआईपी के प्रेमनाथ चंचल हैं। यह सीट इस कारण भी चर्चा में रहेगा क्योंकि राजद प्रमुख लालू यादव का जन्म गोपालगंज के फुलवरिया गांव में हुआ था और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का मायका सलार गांव में है। इस जिले से तीन शख्स बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं।
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के गृह जिले सीवान की संसदीय सीट से चुनावी मैदान में राजद उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी के सामने जदयू उम्मीदवार विजय लक्ष्मी देवी हैं। हालांकि पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के मैदान में आने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय है।
महाराजगंज संसदीय सीट से मुकाबला कांग्रेस के विजय शंकर दूबे और बीजेपी के जनार्दन सिंह सिगरीवाल के बीच है। सिगरीवाल यहां जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर वर्ष 1989 में रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीते थे।