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UP Loksabha Election: एक सीट, दो उम्मीदवार! मुरादाबाद सीट पर फैला रायता, क्यों नहीं समेटना नहीं चाहते अखिलेश?

UP Loksabha Election: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का नामांकन बुधवार को खत्म हो जाएगा। इस बीच उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी में सियासी विवाद के हालात पैदा हो गए हैं। स्थिति ये बन गई है कि एक ही सीट पर, एक ही पार्टी के दो-दो उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं और सपा की तरफ से फिलहाल कुछ भी साफ नहीं किया जा रहा है

अपडेटेड Mar 27, 2024 पर 10:33 PM
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UP Loksabha Election: लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने वाला है और उम्मीदवारों के नामांकन करने की आखिरी तारीख 27 मार्च बुधवार यानी आज है। ऐसे में आधे से ज्यादा दिन बीत गया है, लेकिन मुरादाबाद लोकसभा सीट (Moradabad Loksabha Seat) पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) खुद ही अपनी फजीहत करा बैठी और अब एक सीट पर एक ही पार्टी के दो उम्मीदवार आमने-सामने आ चुके हैं।

दरअसल 24 मार्च को समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद डॉ. एसटी हसन को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया। इसके बाद उन्होंने सोमवार को अपना नामांकन भी भर दिया।

रुचि वीरा का नाम कैसे आया?


हालांकि, मामला तब बिगड़ा जब इसके कुछ देर बाद ये खबर आने लगी कि सपा मुरादाबाद सीट से अपना उम्मीदवार बदलने वाली है। तब तक एसटी हसन इन खबरों के अफवाह बता रहे थे।

समय के साथ-साथ मीडिया में ये अटकलें तेज हो गईं कि सपा ने रुति वीरा को मुरादाबाद से अपना उम्मीदवार बना दिया। ये सब तब हुआ, जब रुचि ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में ये दावा किया पार्टी हाईकमान ने मुरादाबाद से उन्हें सिंबल दे दिया है और वे बुधवार को नामांकन भरेंगी।

सड़कों पर उतरे हसन के समर्थक

उधर एसटी हसन के समर्थक इस बात से काफी नाराज हुए और रुचि वीरा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए। इतने बड़े बदलाव के पीछे पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का नाम भी सामने आया।

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि आजम खान के दबाव में एसटी हसन से टिकट छीनकर रुचि वीरा को दिया गया है। हालांकि, इस पर रुचि वीरा ने कहा कि शायद सत्ता विरोधी लहर के खतरे से बचने के लिए उम्मीदवार बदला गया है।

अखिलेश ने रुचि वीरा से की बात?

बुधवार को रुचि वीरा पर्चा भरने के लिए निकल ही रही थीं कि अखिलेश यादव ने उन्हें नामांकन करने से मना किया था, तब तो फोन पर उन्होंने अखिलेश यादव की बात मान ली थी, लेकिन बाद में उन्होंने नामांकन भर दिया। तब उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि अखिलेश ने उन्हें नामांकन भरने से रोका है।

जब मीडिया ने उनकी उम्मीदवारी को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा, "अभी नामांकन भरना जरूरी है, क्योंकि इसकी एक समयसीमा है। उम्मीदवारी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) और डॉक्टर साहब (एसटी एसन) से पूछिए।" उन्होंने एसटी हसन को अपना बड़ा भाई बताया।

एसटी हसन की ही उम्मीदवारी पक्की?

अब खबर ये है कि सपा के आधिकारिक उम्मीदवार एसटी हसन ही होंगे। ABP ने सपा सांसद और प्रत्याशी डॉ एसटी हसन के भाई मंजूर उल हसन के हवाले से बताया कि रुचि वीरा का टिकट कैंसल होगा। डॉ एसटी हसन के लिए नरेश उत्तम संशोधित चिट्ठी लेकर मुरादाबाद आ रहे हैं।

बड़ी बात ये है कि जितनी अटकलें, जितने कयास सामने आ रहे हैं या दावे किए जा रहे हैं, इसे लेकर समाजवादी पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है। Moneycontrol Hindi इस मुद्दे पर मुरादाबाद के सांसद और सपा उम्मीदवार एसटी हसन से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

जैसा कि रुचि वीरा ने कहा कि उम्मीदवारी को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी अखिलेश यादव ही कुछ बताएंगे... तो ये बात एकदम सही है, क्योंकि अब गेंद सपा नेतृत्व के पाले में है और उसे जल्द से जल्द ये साफ करना तस्वीर करनी ही होगी।

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