वीडियोकॉन और DHFLजैसी कंपनियों में रीटेल निवेशकों की पूरी रकम डूब गई है। दोनों कंपनियां डीलिस्ट हो गई और NCLTके आदेश के बाद शेयर होल्डर्स की इक्विटी जीरो हो गई। इन कंपनियों में लिया गया रिस्क पूरी तरह पानी में मिल गया। ऐसे में सवाल ये है कि आम निवेशक इस तरह की कंपनियों से कैसे बचें।