फूड डिलीवरी कंपनी ZOMATO का IPO आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इश्यू को ANCHOR INVESTOR से शानदार रिस्पॉन्स मिला है। एक तरफ इस IPO को लेकर भरपुर जोश है तो दूसरी तरफ कुछ हलकों में इसको लेकर कम उत्साह है। यही वजह है कि आज हम ZOMATO IPO की डिटेल कवरेज कर रहे हैं, ताकि निवेश से पहले आपके हाथ में कंपनी की पूरी रिपोर्ट हो।
इस खास चर्चा में सीएनबीसी-आवाज़ के साथ हैं नीरज बायपेयी और आशीष वर्मा, जो बताएंगे कि क्यों एक तबके को ZOMATO का जायका का पसंद आ रहा है तो दूसरे को ये फीका पकवान नजर आ रहा है। साथ ही, हर्षदा सावंत होंगी, जो ZOMATO के बेहतरीन आंकड़े साझा करेंगी। इसके अलावा HEM SECURITIES की आस्था जैन और ARIHANT CAPITAL के ASHISH MAHESHWARI भी होंगे।
सबसे पहले डाल लेते हैं इस आईपीओ पर एक नजर
फूड डिलिवरी कंपनी ZOMATO का IPO आज खुला है। इसका इश्यू प्राइज 72 से 76 रुपए के बीच है। कंपनी ने Anchor Investors से करीब 4200 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसके लिए 35 गुना ज्यादा BIDS आईं। कंपनी की इस IPO से 9375 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। इसके 9,000 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी होंगे और 375 करोड़ रुपए का OFS होगा। IPO प्राइस बैंड पर 60,000 करोड़ रुपए का वैल्युएशन किया गया है। ये FY21 की सेल्स पर 16X का वैल्युएशन होता है।
नीरज बाजपेयी और आशीष वर्मा ZOMATO IPO को लेकर आसने-सामने हैं। नीरज जी को ये ऊंची दुकान फीका पकवान का मामला लग रहा है, जबकि आशीष जी को ZOMATO जायका पसंद आ रहा है। चलिए उन्हीं से समझते हैं कि इसमें दम है या है बेदम।
आशीष वर्मा: लाजवाब है जायका!
आशीष वर्मा का कहना है कि ZOMATO देश की दिग्गज फूड डिलीवरी कंपनी है। वित्त वर्ष 2021 के अंत में इसके साथ 3.9 लाख एक्टिव रेस्टोरेंट लिस्टेड थे। वित्त वर्ष 2021 के अंत तक इसके 1.7 लाख एक्टिव डिलीवरी पार्टनर थे। देश की फूड डिलीवरी इंडस्ट्री में इसकी 45% हिस्सेदारी है।
कंपनी का घाटा 2400 करोड़ रुपए से कम होकर 490 करोड़ रुपए पर आ गया है। कंपनी का फूड डिलीवरी बिजनेस मुनाफे में आया है। फूड एग्रीग्रेटर की GoV 24 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
आशीष वर्मा का कहना है कि ZOMATO के वैल्युएशन महंगे हैं लेकिन टिकने योग्य हैं। बेहतर मार्केट पोजीशन और टेक प्लेटफॉर्म की वजह से कंपनी खास बन जाती है। कंपनी बेहतर User Experience मुहैया कराती है।
नीरज बायपेयी: ZOMATO का बिजनेस मॉडल है रिस्की रहें दूर
कंपनी IPO से थोड़े समय पहले तक घाटे में रही है। कंपनी ने 9M FY21 में थोड़ा मुनाफा कमाया है। इस इंडस्ट्री में कोई एंट्री बैरियर नहीं है। कर्मचारी, मार्केटिंग लागत काफी ज्यादा है। ग्राहक किसी भी प्लेटफॉर्म पर स्विच कर सकते हैं। डिलीवरी पार्टनर भी स्विच कर सकते हैं। सरकार डिलीवरी पार्टनर सोशल को सिक्योरिटी देने को कह सकती है।
कंपनी को तगड़े प्रतिद्वंदियों का सामना करना है। आय और ग्राहकों के मामले में Swiggy बराबरी पर है। Amazon ने भी बंगलुरु में अपनी सर्विस शुरू की है। Amazon डिलीवरी के लिए 19 रुपए चार्ज कर रही है। वहीं, Zomato डिलीवरी के लिए 23 रुपए चार्ज करती है। Amazon प्राइम मेंबर्स को फ्री डिलीवरी दे रही है। देश में Amazon के प्राइम मेंबर्स 1 करोड़ हैं।
HEM SECURITIES की आस्था जैन का कहना है कि इस आईपीओ में पैसे लगाए जा सकते हैं। कंपनी के पास मजबूत डिलिवरी नेटवर्क है। फूड डिलिवरी में सबसे अधिक मार्केट शेयर है। 4 साल से लगातार मार्केट शेयर में बढ़ोतरी देखने को मिली है। जल्दी ही कंपनी मुनाफे में आ सकती है। आगे का इसका आउटलुक अच्छा दिख रहा है।
इस आईपीओ में MOTILAL OSWAL और KR CHOKSEY की लिस्टिंग गेन के लिए खरीद की सलाह है। वहीं, CHOICE BROKING की राय है कि इस सतर्कता के साथ पैसे लगाएं। वहीं, अरिहंत कैपिटल, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और हेम सिक्योरिटीज की खरीद की सलाह है।