Stock market: लगातार तीसरे हफ्ते रही तेजी, 52 स्मॉलकैप शेयर 46% तक भागे, जानिए आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Stock market: अगर निफ्टी 18000 के स्तर को बचाने में कामयाब नहीं रहता है तो एक बार फिर लगाम मंदड़ियों के हाथ चली जाएगी। फिर निफ्टी 17800-18200 का स्तर छू सकता है
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद होने में कामयाब रहा। वहीं मिडकैप इंडेक्स 2.4 फीसदी और लॉर्ज कैप इंडेक्स 2.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ
Stock market: 04 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में लगातार तीसरे हफ्ते तेजी कायम रही। बाजार को एफआईआई की तरफ से होने वाली मजबूत खरीदारी, कंपनियों के अच्छे नतीजों, मजबूत जीएसटी कलेक्शन और बेहतर मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ो से सपोर्ट मिला। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 990.51 अंक यानी 1.65 फीसदी की बढ़त के साथ 60950.36 के स्तर पर बंद हुआ। वही निफ्टी 330.35 यानी 1.86 फीसदी की बढ़त के साथ 18117.15 के स्तर पर बंद हुआ।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में
04 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 7.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं निफ्टी फार्मा, पीएसयू बैंक और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
छोटे-मझोले शेयरों में रही खरीदारी
दिग्गजों की तरह ही छोटे-मझोले शेयरों में भी साप्ताहिक आधार पर बढ़त देखने को मिली। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद होने में कामयाब रहा। वहीं मिडकैप इंडेक्स 2.4 फीसदी और लॉर्ज कैप इंडेक्स 2.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ।
आने वाले हफ्ते में बाजार रह सकता है वोलेटाइल
Geojit Financial services के विनोद नायर का कहना है कि बैंक ऑफ इंग्लैड ने अपने पॉलिसी अनाउंसमेंट में यूएस फेड का ही अनुकरण किया। और नीतियां में नियर टर्म में कोई नरमी आने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बावजूद घरेलू बाजार में आज कारोबार के सत्र के पिछले हिस्से में तेजी आती नजर आई। बाजार काफी हद तक आज फार्मा और आईटी की बिकवाली जारी रहने के बीच रेड जोन में ही रहा। विकसित बाजारों में मंदी क संभावनाओं के चलते ये दोनों सेक्टर दबाव में नजर आ रहे है। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल सेंट्रल बैंकों के हॉकिस रुख के कारण डॉलर और यूएस ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इसके बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में खरीदारी जारी रखी है।
उन्होंने आगे कहा कि घरेलू पीएमआई आंकड़ों से भी भारतीय बाजारों को सपोर्ट मिला। अक्टूबर महीने मे देश में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल मंदी और टियर 2- और टियर 3 कंपनियों की तरफ से दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों के अनुमान के चलते आने वाले हफ्ते में बाजार वोलेटाइल रह सकता है।
52 स्मॉलकैप शेयर 46% तक भागे
बीते हफ्ते बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। Karnataka Bank, Kabra Extrusion Technik, Lancer Containers Lines, PDS, Reliance Communications, Mazagon Dock Shipbuilders और Siyaram Silk Mills जैसे स्मॉलकैप शेयरों में 20-45 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
वहीं दूसरी तरफ Mangalore Chemicals, Cressanda Solution, Intellect Design Arena, WPIL, Sportking India, Apex Frozen Foods, Vishnu Chemicals, TGV Sraac, Transport Corporation of India, Aurionpro Solutions, Fineotex Chemical, और KSB जैसे शेयरों में 10-28 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
04 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में बीएसई 500 इंडेक्स में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। इस बढ़त में Mazagon Dock Shipbuilders, Alembic Pharma, Redington, Indian Overseas Bank, Adani Enterprises, UCO Bank, Bank Of India, JK Lakshmi Cement, Dalmia Bharat, Punjab & Sind Bank का बड़ा हाथ रहा।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Samco Securities के अर्पूवा सेठ का कहना है कि निफ्टी बीते हफ्ते हरे निशान में बना रहा और साप्ताहिक आधार पर 1.86 फीसदी की बढ़त के साथ 18100 के ऊपर बंद होने मे कामयाब रहा। वहीं डेली चार्ट पर यह अपने हायर हाई और हायर लो के साइकिल को बनाए रहा। यह बाजार में तेजी कायम रहने का संकेत है। टेक्निकल नजरिए से देखें तो निफ्टी अपने सभी अहम EMA के ऊपर नजर आ रहा है। ऊपरी स्तरों पर हमें कुछ कमजोरी देखने को मिल रही है लेकिन इससे बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
पिछले कुछ हफ्तों के दौरान आई तेजी के बाद ट्रेडर्स कुछ मुनाफा जेब में रखना चाहते हैं यह स्वाभाविक प्रक्रिया है। अब निफ्टी के लिए 17750-17700 पर सपोर्ट नजर आ रहा है। वहीं 18200 पर इसके लिए पहली बाधा है। अगर निफ्टी यह बाधा तोड़कर ऊपर जाता है तो यह हमें 18400 और उसके पार जाता नजर आ सकता है।
शेयरखान के गौरव रत्नपारखी का कहना है कि निफ्टी कल एक और कारोबारी सत्र में 18000-18100 के आसपास चक्कर लगाता दिखा। लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बुल्स 18000 को बचाने में कामयाब रहे। शॉर्ट टर्म में अब निफ्टी के लिए 18200 पर पहली बाधा नजर आ रही है। जब तक निफ्टी इस बाधा को तोड़ नहीं देता तब तक इसमें शॉर्ट टर्म कंसोलिडेशन देखने को मिलेगा। वहीं अगर निफ्टी 18000 के स्तर को बचाने में कामयाब नहीं रहता है तो एक बार फिर लगाम मंदड़ियों के हाथ चली जाएगी। फिर निफ्टी 17800-18200 का स्तर छू सकता है। कुल मिलाकर देखें तो तो शॉर्ट टर्म में निफ्टी हमें 17800-18200 के रेंज में कंसोलिडेट होता नजर आ सकता है।
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