NDTV और अडानी ग्रुप की डील उलझती जा रही है। अब अडानी ग्रुप की सहयोगी कंपनी VCPL ने कहा है कि मार्केट रेगुलेटर SEBI के 27 नवंबर, 2020 के आदेश के दायरे में यह डील नहीं आती है। उसने कहा है कि सेबी के इस आदेश के मुताबिक RRPR कोई पक्ष नहीं है। उसने यह भी कहा है कि RRPR को कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का पालन करना होगा। RRPR एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी है।
इस बीच शुक्रवार (26 अगस्त) को लगातार तीसरे दिन NDTV के शेयरों में जबर्दस्त तेजी दिखी। सुबह में यह शेयर 4 फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ 424.35 रुपये पर था। अडानी ग्रुप से डील की वजह से एनडीटीवी के शेयर लगातार चढ़ रहे हैं। बुधवार और गुरुवार को इसमें अपर सर्किट लगा था।
VCPL ने गुरुवार को एनडीटीवी की तरफ से स्टॉक एक्सेंजों की दी गई जानकारी के जबाव में ये बातें कही हैं। गुरुवार को एनडीटीवी ने कहा था कि सेबी के नवंबर 2020 के आदेश के मुताबिक, इस डील के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है।
यह पूरा मामला अडानी ग्रुप की तरफ से NDTV के इनडायरेक्ट अधिग्रहण से जुड़ा है। अडानी ग्रुप ने 23 अगस्त को एनडीटीवी में करीब 29 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया था। उसने अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर पेश करने का भी ऐलान किया था।
VCPL का मतलब Vishvapradhan Commercial Private Limited है। यह अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) की सब्सिडियरी AMG Media Network Ltd (AMNL) की सहयोगी कंपनी है। NDTV ने 25 अगस्त को रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा था कि अडानी ग्रुप SEBI के एप्रूवल के बगैर RRPR Holdings को खरीदने की डील पूरी नहीं कर पाएगा।
इससे पहले एक प्रेस रिलीज में कहा गया था कि VCPL ने RRPR Holdings Private Limited के 99.5 फीसदी शेयरों के अधिग्रहण के लिए अपने राइट का इस्तेमाल किया है। RRPR एनडीटीवी की एक प्रमोटर कंपनी है, जिसकी इस मीडिया कंपनी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी है।
NDTV ने 23 अगस्त को इस मामले पर सफाई पेश करते हुए कहा था कि VCPL की तरफ से RRPRH के 99.5 फीसदी शेयरों के अधिग्रहण के वास्ते अपने राइट्स के इस्तेमाल के लिए इस मीडिया कंपनी के प्रमोटरों की सहमति नहीं ली गई।