तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि जनवरी 2022 में एनएसई (National Stock Exchange) द्वारा शुरू किए गए निफ्टी इंडिया डिजिटल इंडेक्स (Nifty India Digital Index) में आखिरकार तेजी के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। इस इंडेक्स को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने भारत के डिजिटल थीम को ट्रैक करने के लिए शुरू किया था। इस इंडेक्स में इसकी स्थापना के पहले 5 महीनों के भीतर 30 फीसदी का भारी करेक्शन देखने को मिला। इंडेक्स में Zomato, Info Edge, Nykaa जैसी कंपनियों के साथ ही TCS, HCL Tech और Infosys जैसी टियर -1 IT कंपनियों के स्टॉक शामिल हैं। इन स्टॉक्स में गिरावट के चलते अपनी स्थापना के बाद से ही निफ्टी इंडिया डिजिटल इंडेक्स दबाव में था। इस इंडेक्स में Zomato, Info Edge और Nykaa का वेटेज 8.5 फीसदी, 7.7 फीसदी और 5.15 फीसदी है।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के विराज व्यास का कहना है कि समय के साथ-साथ इस इंडेक्स ने 4900 -5,600 के रेंज के भीतर एक आधार बना लिया है। कंसोलीडेशन की अवधि में इंडेक्स में मजबूती आई है और इसमें अच्छा एक्यूमुलेशन (संचय) हुआ है। हाल के कारोबारी सत्रों में इंडेक्स ने इस कंसोलीडेशन रेंज के ऊपरी सीमा से बाहर निकलने का प्रयास किया है।
इनक्रेड इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट गौरव बिस्सा का कहना है कि इस समय ये इंडेक्स नेकलाइन के पास मंडरा रहा है। 5750 से ऊपर की वीकली क्लोजिंग इंडेक्स को 6400 और 7000 के लक्ष्य की ओर ले जा सकती है।
कौन से स्टॉक रैली में दे रहे सबसे ज्यादा योगदान?
पिछले दो महीनों में 45 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ सबसे ज्यादा वेटेज वाले ज़ोमैटो ने इस इंडेक्स को सबसे ज्यादा सपोर्ट भी दिया है। जोमैटे के शेयरों ने 12 जून को 80 रुपये का नया एक साल का हाई हिट किया है। इस स्टॉक को हाल ही में जेफरीज ने अपने इंडिया लॉन्ग ओनली के साथ ही ग्लोबल लॉन्ग ओनली को पोर्टफोलियो में भी शामिल किया है। जेफरीज ने जोमैटो के लिए एक साल के लिए 100 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। जेफरीज का मानना है कि वित्त वर्ष 2022-26 की अवधि में कंपनी की कमाई में सालाना आधार पर 25 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिलेगी।
31 मई को MSCI इंडेक्स में भी जोमैटो के वेटेज को बढ़ा दिया गया। जिसके चलते इस स्टॉक को लेकर निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार हुआ है। नुआमा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक, MSCI में वेटेज बढ़ने से जोमैटो में 5.9 करोड़ डॉलर का अतिरिक्त निवेश आ सकता है।
इस इंडेक्स में अगला बड़ा योगदान पेटीएम की पैरेंट कंपनी 197 कम्युनिकेशंस का है। यह स्टॉक इस समय अपने रिकॉर्ड लो से 93 फीसदी ऊपर नजर आ रहा है। RBI द्वारा हाल ही में फर्स्ट लास्ट डिफाल्ट गारंटी प्रोग्राम को मंजूरी से इस स्टॉक में जोश आया है। बाजार जानकारों का कहना ह कि कमाई में बढ़ोतरी सीमित प्रतिस्पर्धा और ऑपरेशनल लिवरेज के चलते इस स्टॉक का रिस्क रॉर्ड रेशियो काफी ज्यादा पॉजिटिव हो गया है। बैंक ऑफ अमेरिका का कहना है कि रेवेन्यू मिक्स में बदलाव के चलते पेटीएम के मार्जिन में सुधार देखने को मिल रहा है। उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में कंपनी के एडजेस्टेड एबिटडा मार्जिन में सुधार होगा। यह वित्त वर्ष 2023 के माइनस 2 फीसदी से बढ़कर 8 फीसीद तक पहुंच जाएगा।
इसके अलावा टाटा कम्युनिकेशन में भी पिछले एक महीने में 30 फीसदी का ग्रोथ देखने को मिला है। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2027 तक अपने डेटा रेवेन्यू में 2 गुने की बढ़त करने की है। कंपनी इस अवधि में सालाना आधार पर 19 फीसदी की बढ़त के साथ अपना डेटा रेवेन्यू 28000 करोड़ रुपये पर ले जाना चाहती है।
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