F&O Manual: यूएस फेड की नीति-बैठक के नतीजों से पहले कल के कारोबारी सत्र में घरेलू इक्विटी मार्केट एक छेटे दायरे में दायरे में कारोबार करते दिखे थे।। निफ्टी ने ऊपर खुलने के बाद अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी। हालांकि, इसमें जल्द ही फिर से सुधार आया। कारोबारी सत्र के अंत इंडेक्स 40 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 18756 के स्तर पर बंद हुआ। हेज के संस्थापक और सीईओ राहुल घोष का कहना है कि जून महीने की एक्पायरी के लिए निफ्टी इंडेक्स बेहद बुलिश दिख रहा है। ऐसे में अगले हफ्ते की एक्सपायरी के लिए बुल कॉल स्प्रेड लेना फायदेमंद साबित हो सकता है। इस रणनीति में इंडेक्स में साइडवेज मूवमेंट के मामले में जोखिम भी कम हो जाएगा।
बैंक निफ्टी इंडेक्स में गुरुवार यानी आज होने वाली एक्सपायरी के साथ-साथ जून मंथली एक्सपायरी के लिए ओपन कॉल राइटिंग पोजीशन रही। एक जाने-माने एनालिस्ट का कहना है कि भले ही इस इंडेक्स में शॉर्ट कवरिंग रैली देखने को मिली हो लेकिन जून मंथली एक्सपायरी के लिए 44500 और 45000 कॉल में अभी भी काफी कॉल राइटिंग मौजूद है।
नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 43700 के स्तर पर सपोर्ट
LKP सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एंड डेरिवेटिव एनालिस्ट कुणाल शाह का कहना है कि नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 43700 के स्तर पर सपोर्ट है। कंसोलीडेशन के दौर में भी ये सपोर्ट कायम रहा था। आगे भी ये बैंक निफ्टी के लिए मजबूत सपोर्ट के रूप में कार्य कर सकता है। ऊपर की ओर बैंक निफ्टी के लिए 44300 के स्तर के आसपास रजिस्टेंस दिख रहा है। इसने निफ्टी की ऊपर की ओर की गति को सीमित कर दिया है। ट्रेडर और निवेशक इस कंसोलीडेशन रेंज के दोनों ओर एक ब्रेकआउट आने का इंतजार कर रहे हैं। अगर निफ्टी 44300 के प्रतिरोध स्तर को तोड़कर ऊपर जाता है तो ये ब्रेकआउट इंडेक्स में नई तेजी का संकेत हो सकता है। इसके चलते बैंक निफ्टी नई ऊंचाई हासिल करता दिख सकता है। इसके विपरीत अगर इंडेक्स 43700 के सपोर्ट के नीचे फिसलता है तो फिर एक मंदी की चाल ट्रिगर हो सकती है और बैंक निफ्टी में और गिरावट आ सकती है।
कल के कारोबार में ओएफएसएस (OFSS) में ओपन इंटरेस्ट में 19 फीसदी की बढ़त के साथ एक लॉन्ग बिल्डअप देखने को मिला। लॉन्ग बिल्ड-अप एक तेजी का संकेत है जो तब होता है जब ओपन इंटरेस्ट और वॉल्यूम शेयर की कीमत में बढ़त के साथ बढ़ता है। टाटा कंज्यूमर, रेन इंडस्ट्रीज और ओबेरॉय रियल्टी में भी भारी लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
चंबल फर्टिलाइजर्स में शॉर्ट बिल्डअप
दूसरी तरफ चंबल फर्टिलाइजर्स में ओपन इंटरेस्ट में 17 फीसदी के उछाल के साथ शॉर्ट बिल्डअप देखने को मिला। शॉर्ट बिल्ड-अप एक मंदी का संकेत है जो हाई ओपन इंटरेस्ट और वॉल्यूम के साथ स्टॉक की कीमत गिरने पर होता है।
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